सदस्य:Sameer abdul wajid/प्रयोगपृष्ठ
जीवन परिचय :
कान्स्टनटीन का जनंम सन २७२AD को रोम मेॱहुआ । वह रॊम के संमराट ३०६ - ३३७ AD तक थे । ऊनके पिता का नाम Flavius Valerius था , वह पशचिम रोम के सहाय़क्ं समराट थे । कान्स्टनटीन को आपचाऱक शक्षा मिली , वहा व ' लाटिन , ग़रीक़ आैर ईसाइ धरम सिख़ा । फ़िर ऊनहे पूरब भेजा गय़ा , जाहान वह सेना के पद में तरक्कि पाकर ३०५AD में वरिश्ट पश्चिम सम्राट का पद मिला। फिर उन्हे ब्रिटन बुलाया गया उनके पिता के सात काम करने के लिये ।कान्स्टनटीन इतिहास में एक प्रमुख सरदार माने जाते हें, दोनों मध्ययुगीन पूर्व और पश्चिम में, कान्स्टनटीन को एक आदर्श शासकमाना जाता था, जिस् के खिलाफ किसी राजा या सम्राट मापा जा सकता है।सम्राट के रूप में कान्स्टनटीन, साम्राज्य को मजबूत बनाने के लिए कई प्रशासनिक, वित्तीय, सामाजिक और सैन्य सुधारों अधिनियमित किये ।
कान्स्टनटीन गमभीर बीमारि के कारण सन २२ मय ३३७ AD को मर गये ।
आंतरिक युद्ध :
कान्स्टनटीन के पिता के मृत्यु के बाद संमराट का पद पाने के लिये कान्स्टनटीन, माक़सिऩटियझ, ओर Licinius के बीच मे संघर्ष पेदा हो गया ।
माक़सिऩटियझ के विरुध युध :
माक़सिऩटियझ का राज्य रोम मे था । सन अक्टूबर 312 ईस्वी को कान्स्टनटीन ओर माक़सिऩटियझMaxentius के बीच मे युध आरम्भ हुइ। माक़सिऩटियझ की फोझ , कान्स्टनटीन की फोझ से दो गुना बड़ी थी । फिर काई दिन के युध के बाद कान्स्टनटीन की फोझ विजय प्राप्त की । अब कान्स्टनटीन रोम के सम्राट बन गये ।
लिसिनियस के विरुध युध :
पश्चिम की ओर लिसिनियस ओर कान्स्टनटीन के बीच मे संघर्ष पेदा हुआ । सन 324 ईसवी को इन दोनो के बीच ३ युध हुए । एड्रियानोपल की लड़ाई,Hellespont की लड़ाई,ओर् Chrysopolis की लड़ाई ।यह आख्र्रि युध मे जीत प्राप्त करने पर कान्स्टनटीन पूरा का पूरा रोम के सम्राट बन गये ।
कान्स्टनटीन और ईसाई धर्म :
कान्स्टनटीन पहले रोम के सम्राट थे जिनहोने ईसाई धर्म परिवर्तित क़िया ।कान्स्टनटीन ने ' बयज़ॉटियम ' में एक नए निवास बनाया और शहर का नाम कांस्टेंटिनोपल नाम रखा । यह बाद में एक हजार से अधिक वर्षों के लिए साम्राज्य की राजधानी बना ।फिर इसे बाइजेंटाइन साम्राज्य के रूप में जाना जाने लागा ।कान्स्टनटीन ईसाई धर्म के इतिहास में एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है , " church of the holy sepulchre " अपने आदेश पर बनाया गया था । बाइजेंटाइन साम्राज्य कान्स्टनटीन को संस्थापक मानते है।