सदस्य:Samskrathi/प्रयोगपृष्ठ
मेरा नाम संस्कृति शर्मा है। मेरा जन्म १७ दिसंबर १९९९ को हुआ था। मैं अपने पहले साल बीएससी (बीसीजेड) बेंगलूरू के क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में पढ़ रहीं हूँ।
पृष्ठभूमि
संपादित करेंमेरा जन्म उडुपी शहर के मणिपाल नामक उपनगर में हुआ। मणिपाल उडुपी से ५ किलोमीटर पूर्व है। मणिपाल मणिपाल विश्वविद्यालय के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि मेरा जन्म उडुपी में हुआ, मैंने अपना अधिकतर जीवन कर्नाटक के राजधनी, बेंगलूरू में ही बिताया है। यह शहर अपने तकनीकी उद्योग और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है।
परिवार
संपादित करेंमेरे परिवार में चार लोग हैं।मेरे पिता का नाम अरविंद शर्मा है जो पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। मेरी माता, वर्णा शर्मा एक गृहिणी है। मेरा छोटा भाई,सात्विक शर्मा छठवी कक्षा में पढ़ रहा हैं। मेरे माता-पिता ने हमेशा यह सिखाया है कि हर व्यक्ति के प्रति प्रेम,दया और सम्मानपूर्वक व्यवहार करना चाहिए। वे यह भी सिखाते हैं कि हर कार्य को पूर्ण निष्ठा से करना चाहिए।
शिक्षा
संपादित करेंमैंने अपनी पहले से दसवी कक्षा तक की पढ़ाई रायन अंतरराष्ट्रीय स्कूल, बेंगलूरू में पूर्ण की। मैंने अपने पी यू(११ और १२ कक्षा) की पढ़ाई सी.एम.आर नैशनल पी यू कॉलेज में पूर्ण की। अब मैं क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में बीएससी बायोटेक्नौलजी, रसायनशास्त्र और प्राणि विज्ञान में स्नातक कर रही हूँ।
रूचियाँ
संपादित करेंमेरी अनेक रूचियाँ है, जैसे-चित्रकारी,खाना पकाना,कविता और अनुच्छेद लिखना, फोटोग्राफी और किताबों को पढ़ना। साथ ही साथ मैं एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम नर्तकी भी हूँ। मैं अखबार में आए हुए विज्ञान और सामयिकी विषयों के लेख को बड़े रूचि से इकठ्ठा करती हूँ। मुझे बच्चों को सिखाना बहुत ही अच्छा लगता है। समाज सेवा के काम करने से मुझे अत्यंत संतुष्टि मिलती है।
लक्ष्य
संपादित करेंमेरे जीवन का प्राथमिक लक्ष्य यह है कि मैं एक उत्तम मनुष्य बन सकूँ। पेशेवर रूप से मैं एक वैज्ञानिक बनना चाहती हूँ ताकि मैं विश्व के कुछ भयानक लाइलाज रोगों के लिए समाधान ढूढ़ूकर लोगों की मदद कर सकूँ। इसके अलावा मेरा यह भी स्वप्न है कि मैं अपने बनाए चित्रों और करीगरों का व्यापार शुरु करूँ।
उपलब्धियाँ
संपादित करेंमैंने जीवन में कुछ ऐसे काम नहीं किए है जिन्हें मैं अपेक्षित रूप से 'उपलब्धि'का खिताब दे सकूँ। किन्तु मेरे लिए यही निम्नलिखित उपलब्धियाँ है- (१)पिछले साल मुझे अपने समग्र विकास के लिये स्कूल में 'सर्वश्रेष्ठ छात्र' के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। (२)'टेडएक्स यूथ@ब्रूकफील्ड', जो हमारे कॉलेज में आयोजित टेड लेक्चर था,उसमे मैं 'डिजाइनार' थी। (३)अपने स्कूल और कॉलेज का अनेक अवसरों(चित्रकला और क्विज़) पर प्रतिनिधित्व करना। (४)एनएसओ और आईईओ में स्वर्ण पदक क्रमशः १२ और ११ कक्षा में प्राप्त करना। (५)पानी बचाने के लिए बनाए हुए खुद(मेरे और मेरे दो मित्रों) के एक खोज के लिए शहर-स्तर पर विशेष प्रशंसा प्राप्त करना। (६)तुब्रहल्लि(बेंगलूरू में एक जगह क नाम)सरकारी विद्यालय के १-५ कक्षा के बच्चों को अंग्रेज़ी पढ़ाना।