अपनी मातृभाषा हिन्दी से प्रेम है, इसलिए जब भी फुर्सत में होता हूँ विकिपीडिया या अन्य अंतर्जाल पर हिन्दी के आलेख पढ़ने आ जाता हूँ। आलेख पढ़ने के क्रम में जो अशुद्धियाँ नज़र आती है, उसे सुधारकर निःस्वार्थ भाव से हिन्दी के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दे रहा हूँ। — संजय साह (हिन्दी के समर्थक)