अपार्णा पोपत एक पूर्व भरतीय बैडमिंटन खिलादी है। वे १९९७ से २००६ के बीछ सभी वरिशट राष्ट्रीय चैमपियानशिप जीतने पर वह नौ बार बराबर रिकाड राष्ट्रीय चैम्पियन था। अपर्णा पोपत का जन्म १८ जन्वरी १९७८ को मुंबई, महाराष्ट्र लालजी पोपत और हीना पोपत के गुजराती परिवार में हुआ था। उन्होने मुबई मे जे बि पेटिट हाई स्कुल ओर बैंगालोर मे माउंट कोलेज से प्री-युनिवर्सिटी कोर्स मे अध्ययन किय। अपार्णा ने मूंबई के विश्वविद्दालय से वाणिज्य मैं स्नातक की उपाधि भि है।

प्रारंभिक जीवन

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अपार्णा ने १९८६ मे मुंबई मे बैडमिंटन खेलने शुरु कर दिया। ८ साल के उम्र में जब उसने अनिल प्र्धान से कोचिंग के लिये संपर्क किया, थो उसने लडकी मे एक 'स्पार्क' ओर अपने माता-पिता से कहा "मुझे यह लडकी दो ओर मे उसे भारतीय बैदमींटन के मानचिऋ पर रखुंगा" । एक राष्ट्रीय चैंपियन होने के नाते, उन्होने खेल कि कई चनौतियां का सामना करने के लिये आवश्यक कौशल विकसित करने मे उनकी मदद की। १९९४ मे,वह अपनी क्षमताओं विस्तार करने के लिये बैंगालोर मे प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमि मे स्थानांरित हईं। पुर्व अखिल इंग्लैंड चैंपियन के महान प्रकाश पादकोण का तहर प्रक्षिशण, उन्होने अपनि फिटनेस का निर्माण किया और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अधिक प्रतिस्पर्धी होने के लिए तकनीक सीख ली। २००२ में अपनी शीक्षा का विस्तार करने की ईच्छा रखते हुए, वह बैंगलोर के कैंगेरी में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ट्र्रेनिंग सेंटर में स्थानंतरित हूईं, जहा उन्होने कोच गंगुला प्रसाद के तहत खेल की बारिकीयों को सिखा।

प्रशिक्षण

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अपार्णा ने १९९७ में हैदराबाद में अपना पेहला वरिष्ठ राष्ट्रिय खिताब जीता। वह २००६ तक वरिष्ठ राष्ट्रिय खिताब जितने के लिये आगे बढ़ीं, जिस्से प्रकाश पादुकोण के लागातार नौ राष्ट्रिय एकल खिताब जीतने का रेकॉड बराबर हो गया। जनवरि २००६ में बैंग्लोर में १५ वर्षीय साईना नेहवाल को हराके २७ साल की उम्र मे अन्होने नौ वरिष्ठ नागारिकों के खिताब जिते। अंतरराष्ट्रिय स्तर पर उनकि उपलब्धियों कि मुक्य विशेषताएं २ ओलंपिक खेलों, १ एशियाई खेलों, १९९६ में विश्व जूनियर चैंपियानशिप खेलों में रजत पदक और ३ राष्ट्रम्ंडल खेलों के प्रदर्शन मे भाग लि रहि हैं। वह कैरियर की उच्च विश्व रैंकिंग तक पहूंच गई। पेशेवर बैडमिंटन के १७ वर्षों के बाद, वह एक कलाई कि चोट से पीडित होने के बाद २००६ में खेल से सेवानिव्र्तन हूई, जो अनियंऱित बनी रही। वह राष्ट्रिय चैंपियनशिप मे अपमानित रही। वर्तमान मे वह मूंबई में इंडियन ऑयल कॉर्पॉशन के साथ नियोजित है।

अपार्ण पोपट ने भरतीय बैडमिंटन लीग के पहले संस्करण में मुंबई मास्टर्स के लिये कोचिंग भूमिका निभाई। २००५ मे उन्हे अर्जुना पुरस्कार से सम्मानित किया गया, भारथ सरसार द्वारा सम्मानित भारत मे सबसे ज्यादा स्म्मानित स्म्मानो मे से एक है। वह दुनिया बर से चुने गए १७ प्रतिभागियों मे से एक थि और ग्लोबल स्पौर्ट्स मैन्टरिंग प्रोग्राम के लिये चुना जाने वाला अकेलि भारतिय थि, हिलेरी क्लिंटन अमेरिक विदेश सचिव और एएसपिएनडब्ल्यू द्वरा प्राचरित पहल । ईस प्रतिष्टित कार्यकर्म का उद्देश्य महिलाओं और लडकियों को खेल के मध्यम से सशक्त बनाना था

https://en.wikipedia.org/wiki/Aparna_Popat https://www.thehindu.com/todays-paper/tp-sports/no-stopping-aparna/article3238731.ece