वायलेट फाने

वायलेट फाने

वायलेट फाने लेडी मैरी मोंटगोमेरी क्यूरी की साहित्यिक छद्म नाम थे।एक कवि, लेखक और राजदूत, जो १८७२ से १९०५ तक उनकी मृत्यु के बाद ब्रिटिश साहित्यिक दृश्य में सक्रिय था, फाने एक साहित्यिक कलाकार थे, जो एसतेटीज़्म,म्ध्ययुगीनवाद से मिला हुआ था, जिसका कविताएं कभी प्रसिद्ध संगीतकारों दवारा संगीत के रूप में कीया गया था , जैसे की पाओलो टोस्ता।लंदन के समाज में एक प्रसिद्ध व्यक्ति के रूप में, फैन की कुटिरी में रॉबर्ट ब्राउनिंग, अल्गर्नोन स्वान्बर्न, ए।ड्ब्ल्यू किंगलाक, अल्फ्रेड ऑस्टिन ,जेम्स मैकनील व्हिस्ल,लिली लॅन्टेरी ऑर ऑस्कर वाइल्ड जॅसे प्रसिद्ध साहित्यिक व्यक्तित्व शामिल हुए थे, जिन्होने फैन के विचारों के भाषण की अच्ची प्रशंसा करते थे।'प्रकृति के लिए कला के संबंध कहकर कि वह प्रानासस ऑअ पिकाडिली के बीच रहती है|

वायलेट फाने का जीवनी

२४ अप्रॅल १८४३ को लिटिलहैप्टन, ससेक्स में वायलेट फाने, मैरी मॉन्ट्गोमेरी मीम्ब के नाम मे जन्म लिया।वायलेट फाने चालर्स जेम्स सावेले मॉन्टगोमेरी मेम्ब और अन्ना चार्लोट ग्रे की सबसे बडी बेटी थी।जब कुछ साल बाद फाने का जन्म हुआ, तो दंपति ने अप्ने दादा और दादी के पास भेज दिया,जिसे एक नोट के साथ अपने गुप्त विवाह की व्याख्या की और उनकी माफी मांग लीया। वायलेट फाने के चार भाई और बहन है जो है क्लारा, आर्चिबाल्ड ,फ्लोरा ,चालर्स एंथोनी,जिनमें से क्लारा के मृत्यु अज्ञात कारनो से हुआ जो बाद में एक प्रमुख विषय बन गइ जिसके कारण दफ़न अक्सर उसकी कविता में वापस आये।

वायलेट फाने साहित्यिक जीवन

उनकी साहित्यिक विरासत के बादजूद, वायलेट फाने का पहला प्रकाशित काम कविता के क्षेत्र में नहीं आया था। एक साल पहले कि वह सिंगलटन से शादी करना था, उसके दवारा कई नक्षत्र अल्फ्रेड लॉर्ड टेनीसन की १८३० के एक कविता जो मरियाना के एक सचित्र संस्करण में दिखाई दिए गया, जो १८६३ में निजी तौर पर प्रकाशित हो गया था। यह है कि मैराना के साथ फैन के चित्र उपयुक्त लगते हैं क्योंकि कविता पूरी तरह से वेनर के साथ दुखी के बाद फाने की अपनी मोहबत अवस्था पर कब्जा किया करती है,जिसने कोवायलेट फाने कविता की दुखद रोमांटिक नायिका के साथ की पहचान करने के लिए प्रोत्साहित किया करता था, जो उसके प्रेमी की अनुपस्थिति के कारण भी पीड़ित अनुभव किया है , कविता का पहला संग्रह छद्म नाम 'वायलेट फाने' के तहत प्रकट होने वाला था जिसका नाम है , "सुबह से सुबह दोपहर है" जो एक प्रसिद्ध कविता बन गये थे।संग्रह १८७२ में प्रकाशित हुआ था, जब वायलेट फाने ने पहले ही राजनयिक फिलिप क्यूरी के साथ एक वैवाहिक संबंध स्थापन् कर दिया था। उनके परिवार के उनके अनुकरण ने फैन को एक कविता लिखने के लिए नामांकित किया जब उन्होंने कविता प्रकाशित करना प्रारभं कर दिया इसलिए, उसने बेंजामिन डिज़ारायली के उपन्यास, विवियन ग्रे (1826) से 'वायलेट फाने' नाम कर लिया।उसने अपने साहित्यिक प्रयोजनों के लिए नाम 'वायलेट फाने' नाम चुना था क्योंकि चरित्र 'अपने प्रेमी की बाहों में मर गया' और ऐसी मृत्यु 'के लिए लायक है' (' उल्लेखनीय लोगों ', पृष्ठ 629)। ऐसा प्रतीत होता है कि डॉन से दोपहर तक प्रमुख भावनाओं के साथ सामंजस्य रह सकते हो।

संदर्भ: https://en.wikipedia.org/wiki/Violet_Fane

https://allpoetry.com/Violet-Fane

https://www.google.co.in/search?q=images+of+violet+fane