सदस्य:Shruti Sadbhav/प्रयोगपृष्ठ
अर्नब गोस्वामी एक भारतीय पत्रकार है और वह भारतीय समाचार चैनल "टाइम्स नाउ" और "ईटी नाउ" में मुख्य संपादक और समाचार वक्ता के रूप में कार्य करते है। उनका जन्म 9 अक्टूबर 1973 को गुवाहाटी , असम में हुआ था । उनके दादा रजनी कांता गोस्वामी एक वकील, एक कांग्रेस नेता और एक स्वतंत्रता कार्यकर्ता था । उनके नाना गौरी शंकर भट्टाचार्य, कई वर्षों के लिए असम में विपक्ष के नेता थे। सेना के एक अधिकारी के बेटे के नाते वह विभिन्न शहरों के स्कूलों में पढाई की। उन्होनें दसवीं की परीक्षा दिल्ली छावनी में माउंट सेंट मैरी स्कूल से पास की और १२वीं की परीक्षा जबलपुर छावनी में केन्द्रीय विद्यालय से पास की। उन्होंने हिंदू कॉलेज से समाजशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से सामाजिक नृविज्ञान में अपनी मास्टर डिग्री पूरी की। उन्होनें विश्वविद्यालय में खुद को विद्वान सिद्ध किया।
अर्नब गोस्वामी ने कलकत्ता में "द टेलीग्राफ" नामक प्रसिद्ध अखबार में अपना कार्यकाल शुरू किया। पर यहां उन्होनें एक साल तक ही काम किया। १९९५ में उन्होंने "एनडीटीवी २४*७" सामाचार चैनल में काम करना शुरु किया। यहां उन्होंने दैनिक समाचार के वक्ता रूप में काम किया। बाद मे सामाचार संपादक के रूप में उन्होनें एनडीटीवी के केंद्रीय समुदाय के भाग के रूप में अहम भुमिका निभाया जब १९९८ में एनडीटीवी एक २४ घंटे का एक नवीन सामाचार चैनल बना था और उभर रहा था। वो हर रोज रात में इस चैनल पर एक घंटे "न्युजहार" नामक कार्यक्रम की मेज़बानी करते है। न्यूज़हॉर (१९९८-२००३) किसी भी चैनल पर दिखाया गया है लंबे समय तक चलने समाचार विश्लेषण किया गया था। एनडीटीवी २४*७ के साथ एक वरिष्ठ संपादक के रूप में वह चैनल के समग्र संपादकीय सामग्री के लिए जिम्मेदार थे।
उन्होंने चैनल के शीर्ष मूल्यांकन किया हुआ समाचार विश्लेषण शो "न्युजनाईत" की मेजबानी की। इसके वजैह से उनहे 2004 के एशियाई टेलीविजन अवार्ड और एशिया 2004 के बेस्ट न्यूज एंकर पुरुस्कार मिला। २००६ से वो इस चैनल पर समाचार वक्ता और संपादक के पद पर काम कर रहे है। उन्के कार्यक्रम पर परवेज मुशर्रफ और राहुल बजाज जैसे प्रख्यात व्यक्ति आ चुके है। उन्होनें २००८ विश्वास मत के लिये २६ घंटे के अंदर २०० राजनीतिज्ञों और विश्लेषकों का साक्षात्कार किया था। २६/११ में होने वाले मुंबई आतंकी हमले का ६५ घंटे तक लगातार साक्षात्कार किया। वो एक खास कार्यक्रम "फ्रन्क्ली स्पीकिग विद अर्नब" की भी मेज़बानी करते है। इस कार्यक्रम पर तिब्बती सरकार के राज्य के प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए निर्वासन दलाई लामा, संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व सचिव अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई , सचिन तेंदुलकर ,सोनिया गांधी , राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी , नीतीश कुमार और बेनजीर भुट्टो जैसे बड़े-बड़े दिग्गज राजनीति, खेल , फिल्म, और कॉर्पोरेट जगत जैसे विभिन्न छेत्रो से आ कर इसक हिस्सा रहे है।
उन्होंने "कोम्बेटिग टेरेरिसम: अ लीगल चेलेज" ( आतंकवाद का मुकाबला : कानूनी चुनौती) नामक एक किताब भी लिखी है। उन्हे भारत देश के प्रसिद्ध पत्रकारो के रूप मे जाना जाता है। उन्के शो पर आने वाले दिग्गज भी उन्के सवालो का जवाब देने से पेहले ना जाने कितनी ही बार सोचते है। "देश की जनता जानना चाहती है" से शुरू हुए उन्के सवाल काफी प्रसिद्ध है। देश-विदेश मे सभी जगह उन्की काबिलियत के गुण गाये जाते है। उनकी द्वारा संचालित वाद-विवाद अत्यन्त ही उच्च कोटी होता है। अपने ज्ञान और हज़िरजवाबी को सही मात्रा मे मिश्रित कर के वह दर्शको के सामने एक उत्तम शो प्रस्तुत करते है। उनकी इसी काबिलियत के लिए उन्हे कई नामी और महान पुरुस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उन पुरुस्कारो मे से निम्न प्रधान है:-
१. २००३ - बेस्ट प्रस्तुतकर्ता या वक्ता के लिए एशियन टेलीविजन अवार्ड ( उपविजेता )। २. २००७ - सोसायटी यंग एचीवर्स अवार्ड मीडिया के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए। ३. २००८ - अभिनव के लिए भारतीय समाचार प्रसारण पुरस्कार ( आई. एन. बी. ए. पुरस्कार) एडिटर-इन -चीफ । ४. २०१़० - समाचार लाइव द्वारा असैमीस ओफ द यिअर । ५. २०१० - इंडियन एक्सप्रेस समूह द्वारा पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए रामनाथ गोयनका अवार्ड ( टीवी)। ६. २०१२ - समाचार टेलीविजन एडिटर-इन -चीफ के लिए ई. एन. बी. ए. पुरस्कार।
References:-
1. "Mr. Arnab Goswami Editor-in-Chief, Times Now". edvancelearning.com. Archived from the original on 10 July 2011. Retrieved 4 August 2011. 2. "Arnab Goswami receives Society Young Achievers award". indiantelevision.com. Retrieved 4 August 2011.