सदस्य:Siddharthdhodapkar/हनुमन्तिया टापू

टापू के किनारे नावें

हनुमन्तिया टापू मध्यप्रदेश पर्यटन का जल पर्यटन गन्तव्य है। इस टापू को मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा विकसित एवं प्रचारीत है। टापू को इसका नाम एक स्थानीय गाँव के नाम से प्राप्त हुआ जो कि मन्दसौर जिले की मल्हारगढ तहसील में स्थित है। इस टापू पर पर्यटकों के लिय सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध है, जैसे आवास, उत्तम सडक मार्ग, आदि।[1]

इन्दिरा सागर बांध के निर्माण से उत्पन्न हुई मेड के कारण एक विशाल झील का जन्म हुआ। इस झील की पर्यटन के रूप से महत्ता को जानते हुए मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने इस स्थान को एक उत्तम पर्यटकिय स्थान के सूप में विकसित करने का निर्णय लिया। टापू पर आवास, भोजन, नौका विहार, क्रुज राइड की सुविधा है। वर्तमान में टापू पर मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम का एक होटल उपलब्ध है "हनुवन्तिया टुरिस्ट कॉम्प्लेक्स"। स्थान के आस-पास कई सारे पक्षी एवं पशु देखे जा सकते है जो उनको पसंद करने वाले पर्यटकों के लिये एक उत्तम अनुभव होगा।[2]

वायु-मार्ग निकटतम हवाई अड्डा इन्दौर जिले में स्थित है (हवाई अड्डे का IATA कोड - IDR)। यह टापू से १५० कि.मी. की दूरी पर स्थित है।

रेल-मार्ग निकटतम रेल्वे स्टेशन खण्डवा जिले में स्थित है। यह टापू से मात्र ५० कि.मी. की दूरी पर स्थित है।

सडक-मार्ग खण्डवा अथवा इन्दौर के मार्ग से यहां पहुंचा जा सकता है। प्रमुख नगरों से दूरी [3]

नगर से दूरी (कि.मी. में)
खण्डवा ५०
इन्दौर १५५
ओंकारेश्वर ९५
महेश्वर १४०
उज्जैन २१०
भोपाल २४०

टापू पर तीनों प्रमुख मौसम अनुभव किये जा सकते है। नवम्बर माह में शीत का आरम्भ होता है जो की मार्च तक रहता है। शीत के दौरान सुबह का औसत तापमान ५°C तथा दोपहर का औसत तापमान १५°C होता है। गर्मीयों का आरम्भ अप्रैल माह में होता है, जो जून तक रहता है। इस समय यहां औसत तापमान ४५°C (दिन में) तथा सुर्यास्त के पश्चात २४°C के करीब होता है। जुलाई से ऑक्टोबर यहां मानसून होता है।[4]

 
जल महोत्सव

१२ से २१ फरवरी २०१६ को जल महोत्सव का पहली बार आयोजन किया गया था। [5] [6] उत्सव के दौरान यहां पर्यटन विभाग द्वारा कई सारी गतिविधीयां शुरु की जाती है, जैसे पतंगबाजी, वॉलीबॉल, कैम्प फायर, स्टार गेजींग, साइकलिंग, पैरामोटरींग, पैरासेलिंग, हॉट एयर बलून, बर्ड वॉचींग, आदी। [7]