सदस्य:Sneha kukreti/प्रयोगपृष्ठ
मेरा परिचय
सुप्रभात,मेरा नाम स्नेहा कुकरेती है । मै कराइस्ट विश्वविद्यालय की छात्र हूँ तथा मनोविज्ञान,समाजशास्त्र व अग्रेंजी में पूर्वस्नातक कर रही हूँ। मेरा जन्म, १९ जनवरी १९९८ मे देहरादून-जिला उतराखंड में हुआ था। मैने हाई स्कूल व इन्टर की परिक्षा श्रीनगर गढवाल -जिला उतराखंड से उत्तीर्ण करी । मैं विज्ञान की छात्र थी परतुं ललित कलाओ ( आर्ट्स ) के प्रति लगाव के कारण मैने अपनी रुचि का चुनाव किया और विज्ञान विषयो का त्याग कर दिया ।
मेरा जीवन
मेरा जीवन के प्रति सकारात्मक नजरिया है तथा मै अभिज्ञता व प्रेम से समाज में बसने वाली विसगंतियो का अंत करने में विश्वास रखती हूँ। मेरा जीवन के प्रति सदा कुछ न कुछ सीखते रहने का संकल्प रहता है। जीवन में मेरा लक्ष्य समाज में उपेक्षित वर्गो के लिए अपनी सेवा प्रदान करना है और इस लक्ष्य के लिए मैं भविष्य में शासन प्रबंधन या मीडिया में कार्य करना चाहती हूँ। मेरी माता व मेरा भाई मेरे लिये प्रेरणा का श्रोत है।
मेरी रूचि
मुझे यूनानी ( ग्रीक ) पौराणिक कथाओ को पढने का शौक है तथा वाद-विवाद करने में भी मेरी रूचि है। आजकल मेरा अनुसंधान- लोगो में नस्तिक विचारो की वृदधि पर है । हिन्दू पौराणिक कथा -"महाभारत" व "गीता" का विश्लेषण करने की भी मेरी कोशिश जारी है। मेरे अन्दर सभी धर्मौ का ,स्त्री के प्रति नज़रिया जानने की जिज्ञासा है।
उपंसहार
अपने इस लघु जीवन काल में इन्सान तथा उसका आचरण व कार्यशैली को देख मुझे एक अलग नजरिया मिला है और मेरे लिये इन्सानियत कि प्राथमिकता सभी विषयो से ऊपर है। छोटे शहर से होने के कारण मुझे बेंगलुरू में सीखने को अनेक चीजे मिली तथा कराइस्ट विश्वविद्यालय ने मुझे अनेक अवसर उपलब्ध कराए ।