Sumaiya khan 1840
नाम सुमैया खन
जन्मनाम सुमैया खन
लिंग महिला
जन्म तिथि १०/०९/१९९९
जन्म स्थान छेन्नै, तमिल नदु
देश  भारत
नागरिकता इन्दिअन
शिक्षा तथा पेशा
शिक्षा बि स सी
महाविद्यालय च्
शौक, पसंद, और आस्था
धर्म मुस्लिम

Something went wrong...अंगूठाकार|Sumaiya]]

अपने बरे मे

संपादित करें

मेरा नाम सुमैय खन है | मेरा जन्म तमिलनादु रज्य के छेन्नै शेहर मै १० सेप्तम्बेर १९९९ मै हुअ था | मै अपने माता पिता कि एक लौति औलद हु | मेरे पिता अब इस् दुनिय मेइ नहि रहे, उन्कि म्रुत्यु १८ साल पेहले हो छुकि थी | जब मेइ ५ महिने कि थी तभी मेरे पिता का देहन्त हो गया थ | मेरी मा ज़यद पदि लिखि नहि होने के करन मुझे अकेले सम्हल नहि सकि| अप्ने जन्म के काहि वर्शो तक मै छेन्नै मै थि | वहा मै और मेरि मा मेरे मामु के घर मै थे | मै ने अप्नी ३ क्लस्स तक कि शिक्श छ्न्नै मै कि | इस्लिय मुझे तमिल भश भि अच्छे से आति है |

मेर परिवार

संपादित करें

मै ने छेन्नै मे ३ अलग अलग स्कुलो मै पाध है | मेरि पाहलि स्कुल क्षविएर्स थि मेरि दुस्रि स्कुल मैत्रिकुलेशन थि | छेन्नै मै ३ क्लास अधुरि्छोद कि वझसे मुजे बैन्ग्लुर आकर ३ क्लस्स को एक और बार धौर्रन पदा | बैन्ग्लुर् अने के बाद मेरी ज़िन्दगि बदल गयी । मेरि मा ने मुझ पाधने के लिये बेन्ग्लुर आ गयी । यह मेरि मा ओर्तो को सेलै कदइ क काम सेखथी है । यह काम कर्ते मा कु ८ साल हो गये है। मेरि मा ने मुझे हमेश पादने- लिखने हमेश प्रोत्सहित किय है । मेरि मा दुनिय कि सबसे अच्छि मा है। उन्होने मेरे पल्ने-पोस्ने ने मे कोइ कमि नहि रखी । उन्होने हमेश अपनी पुरि कोशिश कि के वो मुह्जे सब कुछ डे सके अपनी परिस्तीथियो के बवजुद। उन्होने मुज्के कभि किसी छीज़ कि कमि मेह्सुस होने नहि दी। मेरि मोसी ने भि मुझे हमेशा अपने बच्छो से अलग य कम नहि सम्जा । मै अपने परिवर से बहुत खुश हु।

मेरी शिक्षा

संपादित करें

बैन्ग्लौर मै मैने ३ क्लस्स से लकेर १० क्लस्स तक स इ अस स्कोल मे पधै कि | मै बछ्पन से अच्छा पधती थि । लकिन छेन्नै से बन्ग्लोरे अने के बाद मेरि पधाइ थोदि कम्ज़ोर हो गयी थी। लकिन फिर से १० क्लस्स मे मै ने अपने आप को अच्छे मर्क्स ले कर सबित कर दिय। इस्के बाद मैने अपने ११ और १२ क्लस्स कोम्मर्स लिय और फिर से १२ मेइ अच्चे मार्क्स के पस्स किया । मुझे १२ क्लस्स मे स्तेथेस टिस्टिक पदने का बहुत शोक या । इस लिए मैने अपने दीगरी मै भी स्तेथेस टिस्टिक लिय। पी उ सी मै कोम्मर्स लकेर दीगरी मै सिएन्से का कोरस लेन बहुत मुश्किल क कान थ लेकिन मैने किसी तरह अपनी पुरी कोशिश कर रही हु अच्छा पदने की। मुझे पदना- लिखन से बहुत अनन्द अत है। लेकिन उस्के सत सत मुझे खेल- कुद भि भुहत पसन्द है। मुझे बैड्-मिन्टन खेल भुत पसन्द है । बैड्-मिन्टन के अलवा मुझे खो-खो और कइ सरे धोदने के खेल भुत पसन्द है । मुझे नचन -गना भि बहुत पसन्द है , घर की हर शदी मे और मेरि बह्ने बदे अन्नद के साथ नछ्ति गाति है। मुहझे सनगीत् गना और सुन्ने मै बहुत आनन्द अत है। मुझे खस कर हिन्दि और आनग्रेज़ि सनगीत बह्त पसन्ददी दर है । मै एक मुसल्मन हु और मुझे मेर दीन बहुत प्यरा है । मुझे अपना माज़हाब का पालन करने मै बाहुत अनन्द अत लहै। और मुझे अपने मजहब पर बहुत गर्व है। मै अपने मज़हब के नियमो को पुरी इमनदरि से पालन कर ने कि कोशीश करती हु। अनत मे अपने बरे मै बस यह अकह न चाहती हु कि मै हर काम मै अपन उत्तम कर्ने कि पुरि कोशिश कर्ति हु और कामयब होने कि प्रर्थना करती हु।