भाषण 🎤 एवं निबंध लेखन 
 मां सरस्वती को नमन

आदरणीय प्रिंसीपल जी एवं समस्त आदरणीय गुरूजी , देश का भविष्य पीढ़ी मेरे भाईयो एवं बहिनों । आप सभी को ज्ञात हैं कि आप हमें आज विद्यालय से विदाई दे़ रहों हो । यह समय का चक्र है और उस चक्र के साथ हमें भी चलना पड़ता है क्योंकि हमारा जीवन समय के साथ परिवर्तन होता रहता है । मैं आज अत्यंत खुश भी हूं ओर दु खी भी । क्योंकि एक तरफ तो मैं उच्च माध्यमिक परीक्षा देने जा रहा हूं और आगे कालेज में दाखिला लेने वाला हूं दूसरी तरफ आप सभी से बिछड़ने का दु:ख भी है । मेरा विद्यालय में छात्र के रूप में अन्तिम दिन है आज के बाद मैं आप सभी के साथ कक्षा कक्ष में साथ में बैठने का मौका नहीं मिलेगा। समय भी यही कहता है कि कुछ प्राप्त करने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है । मैं बहुत भाग्यशाली हूं गुरु जी कि आप जैसे विद्वान मुझे गुरु जी के रूप में मिले । आप सभी सर का जो प्यार मुझे मिला है उसे मैं कभी नहीं भूल सकता । मैं सभी गुरुजनों का सदा आभारी रहूंगा और उनका यह ऋण शायद कभी नहीं चुका पाऊंगा । अगर कोई मेरे से गलती हुई हो या किसी को मेरे कारण उन्हें ठेस पहुंची हो तो मैं सभी गुरुजनों एवं सभी मेरे भाइयों एवं बहनों से क्षमा मांगता हूं । मुझे पुरा विश्वास है कि आप मुझे क्षमा कर देंगे क्योंकि ये तो छात्र जीवन था ओर इस अवस्था में हर किसी से गलती हों जाती है वो चाहें अनजाने में हुई हों या फिर जानबूझकर की हों। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि आगे भी आप का आशीर्वाद स्वरूप प्यार मुझे मिलता रहें। मैं मेरे सहपाठी भाईयों एवं बहिनों को बार्ड परिक्षा की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं एवं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि आप सभी अच्छे अंकों के साथ उर्त्तीण हों । ओर अन्य सभी कक्षाओं के छात्रों को भी शुभकामनाएं देता हूं कि आप भी सदा सफल होवे । मैं अब अपनी वाणी को विराम देना चाहुंगा । एक बार फिर से मेरे द्वारा किसी को ठेस पहुंची हो तों आप मुझे क्षमा कर दें ।

  बिछड़ने का दुःख भी हैं हमें
आप को छोड़ने का गम भी हैं हमें
  जिंदगी बदलतीं है यादें नहीं  

मौका मिला तो जरूर मिलेगा हम भी।

                             @@@उमा राम कलबी