सदस्य:Vaishnavimodi97/दृश्यसंस्कृति
[1][2][3] दृश्य संस्कृति दृश्य चित्र में व्यक्त संस्कृति का पहलू है। कई शैक्षणिक क्षेत्रों में इस विषय का अध्ययन किया जाता है, जैसे : सांस्कृतिक अध्ययन, कला इतिहास, महत्वपूर्ण सिद्धांत, दर्शन, और नृविज्ञान।
अवलोकन
संपादित करेंआधुनिक जीवन मे सब कुछ स्क्रीन पर होता है। जीवन इन औद्योगीकृत देशों में निरंतर वीडियो कि निगरानी मे चलता है।अब मानव के अनुभव और भी कल्पनिक हो चुके है। यह उपग्रह चित्र से लेकर मेडिकल चित्र में देखा जाता है। कितनी बार ऐसा होता है की निरंतर निगरानी के बाद भी अपराध रोका नहीं जा पाता। निगरानी में हमेशा कोई ना कोई देख रहा होता है पर कोई भी अपराध के लिए सज़ा नहीं भुगतता अभी तक। हालाँकि अलग-अलग दृश्य मीडिया के बारे में स्वतंत्र रूप से पढ़ा जाता है पर अब ज़रूरत है की इस दृश्य के उत्तरआधुनिक भूमंडलीकरण की व्याख्या हम अपनी आम जीवन में करे। कई विषयों के आलोचक इस उभरती क्षेत्र को दृश्य संस्कृति कह रहे है। दृश्य संस्कृति की चिंता दृश्य घटनाओ को लेकर है जिसमें किसी जानकारी का अर्थ या अभिराम उपभोक्ता से मिलता है जो दृश्य प्रौद्योगिकी के इंटर्फ़ेस द्वारा मिलता है। यह एक संस्कृति का दृश्य संकट है जो पोस्ट आधुनिकता को बनाता है और उसकी टेक्स्टउआलिटी को नहीं। दृश्य संस्कृति की वंशावली है जिससे इस आधुनिक और पोस्ट आधुनिक काल में खोजने और परिभाषित करने की बहुत ज़रूरत है। कुछ कहते है की दृश्य संस्कृति सिर्फ़ "छवियों का इतिहास" है और कुछ कहते है कि यह एक माध्यम है दृश्य संस्कृति के समाजशास्त्र को बनाने का जो विज़ूअलटी की एक सामाजिक सिद्धांत की स्थापना करेगा। दृश्य संस्कृति एक उभरती पोस्ट अनुशासनात्मक शैक्षिक प्रयासों के शरीर का भाग है जिसका फ़ोकस पारंपरिक शैक्षणिक विषयों की सभी सीमाओं को पार कर जाता है।
विज़ूअलिज़ेशन
संपादित करेंदृश्य संस्कृति की आकर्षक विशेषताओ में से सबसे आकर्षक विशेषता है जिसकी बढ़ती प्रवृत्ति की वजह से हम ऐसी चीज़ों को देख सकते है जो सच में मौजूद नहीं है। जैसे: टेलिविज़न पर आते कार्टूंज़। दृश्ये संस्कृति चित्रों पर निर्भर नहीं करता। वह निर्भर करता है आधुनिक प्रवृत्ति के अस्तित्व की चित्र या कल्पना पर। यह विज़ूअलिज़ेशन आधुनिक काल को प्राचीन काल और मध्यम काल से अलग बनाता है। भले ही अब यह विज़ूअलिज़ेशन आधुनिक काल में सामान्य हो चुका है परंतु यह अब अनिवार्य हो गया है। विज़ूअलिज़ेशन का सबसे ज़्यादा प्रभाव मेडिसिन में देखा जा सकता है जिसमें दिमाग़ की गतिविधि से लेकर दिल की धड़कन को एक पैटर्न में देखा जा सकता है।यह सब बेहतरीन प्रौद्योगिकी की वजह से मुमकिन है। दृश्ये संस्कृति हमारे ध्यान को सिनमा और आर्ट गैलरी के बजाए रोज़मर्रा के जीवन के दृश्य अनुभव पर केंद्रित करता है। अगर सांस्कृतिक अध्ययन को अपना भविष्य बौद्धिक रणनीति की तरह बनाना है तो उससे वह दृश्य वाला मोड़ लेना ही पड़ेगा जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन ने लिया है। सबसे पहला क़दम दृश्य संस्कृति अध्ययन की तरफ़ यह होगा की लोग यह समझे कि दृश्य चित्र स्थिर नहीं है और वह बाहरी वस्तिकविकता के सम्बंध से बदलता रह सकता है इस आधुनिकता के कुछ समय पर।
दृश्य शक्ति और अभिराम
संपादित करेंकाफ़ी पोस्ट आधुनिक सिद्धांतकारों का मानाना है कि दृश्य संस्कृति के विशिष्ट सुविधाएं में से एक है छवि का प्रभुत्व होना। दृश्य संस्कृति की आलोचना का लम्बा इतिहास है। हमेशा से ही पश्चिमी विचारों ने उसके प्रति शत्रुता दिखायी है। यह उद्भव प्लेटो के दर्शन में देखा जा सकता है। इसका मतलब है हम जो भी वास्तविक जीवन में देखते है वो सिर्फ़ एक प्रति है। दृश्य चित्रों को देखना एक सामूहिक अनुभव है जैसे की सिनमा में। कंप्यूटर की तकनीक अब हमें अब यह अनुमति देती है की कोई भी आगंतुक किसी भी वेब्सायट पर बाक़ी हज़ारों लोगों के साथ एक ही समय पर मौजूद हो सकते है जैसे कीचैट रूम्ज़ या बुलेटिन बॉर्ड्ज़, आदि। अठारवि सदी में यह शत्रुता थिएटर की ओर निर्देशित था। अब इसका फ़ोकस है फ़िल्म, टेलिविज़न और सबसे ज़्यादा इंटर्नेट। एक पद्धति के शॉर्ट कट में सांस्कृतिक पढ़ाई के लिए कला एक दमनकारी अन्य बन चुका है जो लोकप्रिय संस्कृति को अनुमति देता है लोकप्रिय रहने का। अगर हम कला की परिभाषा को औपचारिक दायरे से परे और विस्तार से देखे तो इससे तह स्पष्ट होता है की प्रगतिशील लोकप्रिय संस्कृति और दमनकारी उच्च कला में साफ़ विभाजन नहीं। दृश्य संस्कृति कला के इतिहास और फिल्म अध्ययन के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के मामले विशिष्ट एवं सांस्कृतिक अध्ययन के बौद्धिक लगे दृष्टिकोण की विशेषता का मिश्रण करना चाहता है। दृश्य संस्कृति को ऐसे आगे बढ़ना पड़ेगा की वह दोनों दृश्य की वंशावली को परिभाषित करे जिसका वह उपयोग करना चाहता है और उसके भारी शब्द संस्कृति की व्याख्या भी करे।