BABA KAMLA PANDIT BRAHMADEV
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बाबा श्री कमला पंडित जी मंदिर किछौछा अम्बेडकर नगर उ. प्रदेश संपादित करें
पूरे विश्व में हमारा भारत वर्ष ही एकमात्र ऐसा देश है जहाँ लगभग सभी धर्मों के अनुयायी मिलते हैं I सभी लोगों को धर्म का पालन,शिक्षा एवं संस्कृति व समानता,धनार्जन आदि का समान अधिकार प्राप्त है I त्रेतायुग में भगवान श्री कृष्ण नें अर्जुन को गीता का ज्ञान देते हुए यह श्लोक कहा था-
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत I संपादित करें
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥ संपादित करें
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । संपादित करें
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे II संपादित करें
अर्थात् - भारत वर्ष में जब-जब साधू-सन्तों पर विपत्तियाँ पड़ी और धर्म की हानि होती है तब-तब मैं हर युगों में अनेकों रूपों में धर्म की स्थापना के निमित्त अवतार लेता हूँ और पापियों का नाश कर करता हूँ I
भारत देश को ऋषि-महर्षियों, सन्त-महात्माओं ,देवताओं ,दानवीरों, महापुरुषों तथा वीर -वीरांगनाओं व योद्धाओं का देश भी कहा जाता है I इस देश की पावन भूमि पर समय-समय पर जन्म लेने वाले अनेक सन्त-महात्माओं द्वारा विश्व शांति तथा भाई-चारे का सन्देश दिया गया और हर समाज को प्राप्त हुआ वह अतुलनीय है I
इसी श्रृंखला में आता है भारत देश के उत्तर प्रदेश में स्थित भगवान श्री रामचन्द्र की पावन जन्मभूमि व कर्मभूमि अयोध्या जिसका वर्णन वेद-पुराणों में वर्णित है I इसका प्राचीन नाम अवध प्रदेश भी रहा है I मुगलकाल में इसका नाम परिवर्तित करके फैजाबाद रख दिया गया I
इसी अवधक्षेत्र की पावन धरती से लगभग ५५ किलोमीटर दूर पूर्वी भाग से सटा हुआ है -जनपद -अम्बेकर नगर , जो जनपद-फैजाबाद से विभाजित कर अकबरपुर को नया नाम दिया I दिनांक -२९ सितम्बर १९९५ ई.को मुख्यमंत्री मा.मायावती द्वारा जनपद -अम्बेकर नगर बनाया गया I
अम्बेडकरनगर(अकबरपुर) जनपद की पावन धरती भी अनेक महापुरुषों व सन्त-महात्मा जैसे- शिव बाबा, महात्मा गोविन्द साहब ,मीरादास बाबा,बाबा फलहारी दास, औघड़ बाबा ,बाबा तर्पणनाथ ,बाबा श्री कमला पंडित जी ब्रह्मस्थान आदि प्रमुख देवस्थानों के नामों से जुड़ी है I
अम्बेडकर नगर -जनपद मुख्यालयसे लगभग २५किलोमीटर पूर्व दिशा में बसखारी स्थित है, इसी से सटा हुआ प्रसिद्ध तपोभूमि किछौछा है ,जो Latitude 26.430700 , Longitude 82.766502 गोलार्ध पर स्थित है, जो नगर पंचायत भी है तथा इसका वर्तमान परिवर्तित नाम ’अशरफपुर किछौछा’ है I
इसी किछौछा की पावन धरती पर एक प्राचीनतम् चमत्कारिक मंदिर है जो- “कृपानिधान,भक्तवत्सल अनंत श्री बाबा कमला पंडित जी महाराज का प्रसिद्ध तपोभूमि है जो कि “नगरपंचायत अशरफपुर किछौछा कार्यालय से लगभग २ किलोमीटर दूरी पर उत्तर दिशा में स्थित है I जहाँ आज बहुत प्राचीन व घनी निषाद बस्ती है, बाबा कमला पंडित जी का प्रसिद्ध मंदिर होने से ही इस गाँव को ‘कमला नगर’ नाम की ख्याति प्राप्त है I
सदियों से “कृपानिधान,भक्तवत्सल अनंत श्री बाबा कमला पंडित जी महाराज का” यह ब्रह्मस्थान (मन्दिर) वास्तव में गंगा-यमुनी संस्कृति व समरसता रूपी धागे में पिरोता हुआ एकता का मुख्य उदाहरण इस जगह पर देखने को मिलता है I जहाँ पर सभी जाति-धर्म व सम्प्रदायों के अनुयायियों लिए सामान रूपसे अटूट श्रद्धा और विश्वास का प्रमुख केंद्र है । यहाँ जो भी भक्त सच्चे मन से व श्रद्धापूर्वक आता है उसकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं I
इस ब्रह्म स्थान पर तरह-तरह की रोग बीमारियों से पीड़ित दीन-दुखियों को नियमानुसार दर्शन,हवन,जप,पूजा-पाठ आरती करने से असाध्य रोगों व दुःखों से छुटकारा मिलता है तथा ग्रह- बाधा से पीड़ित व्यक्ति को ग्रह-बाधा से शान्ति मिलती है I ब्रह्म बाधा, भूत-प्रेत बाधा, किया-करतब आदि समाप्त होतें हैं तथा निःसंतान दंपतियों को संतान की प्राप्ति भी होती है । यहाँ पर हजारों श्रद्धालु-भक्तों का सुख-समृद्धि एवं आनंदमयी जीवन की मंगल-कामना पूर्ति हेतु भीड़ लगी रहती है I BABA KAMLA PANDIT BRAHMADEV (वार्ता) 11:34, 16 अक्टूबर 2022 (UTC)