सदस्य वार्ता:Chinu sneha/प्रयोगपृष्ठ
लेख समीक्षा
संपादित करेंआपका लेख हमें बहुत सूच्नात्मक लगा। यह हमें बैंकिंग के क्षेत्र के अनजान पहलू पर प्रकाश डालता है जो बहुतों को अवगत नहीं है। आपके लेख और अच्छा होता यदि आपने चित्रों का इस्तमाल किया होता और ज़्यादा से ज़्यादा हिन्दी शब्दों का उपयोग किया होता। आपका लेख और भी आकर्षित और दिलचस्प हो सकता था।--Ayesha Javeriya Khanum (वार्ता) 12:35, 15 जनवरी 2016 (UTC)
- @Ayesha Javeriya Khanum और Chinu sneha: जी, क्षमा करें लेकिन आपका लेख अभी बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। इसमें कुछ निम्नलिखित कमियाँ हैं।
इस लेख की भाषा और व्याकरण में बहुत खामियाँ हैं जिससे पढने में बहुत ही असुविधा हो रही है और कुछ भी समझ नहीं आ रहा कि लेखक कहना क्या चाहता है। कृप्या गूगल से अनुवाद कॉपी-पेस्ट करने की बजाय तथ्यों को स्वँय लिखें। चाहे तो अंग्रेजी विकी के पृष्ठ से सामग्री लेकर उसका अनुवाद करें, लेकिन गूगल अगर आप लेख बनाना सीख रहे हैं तो पहले अपने प्रयोगपृष्ठ पर बनाएँ, उसे किसी वरिष्ठ सदस्य से जंचवाएँ और सही होने पर ही मुख्यधारा में डालें। इस लेख में कोई भी संदर्भ नहीं दिया है जिससे इसमें लिखी बातें साबित हो सकें। आप जो कुछ लिख रहें हैं वो सही है या गलत इसके लिये विशेषज्ञों ने कहा है तो कहाँ कहा है, कोई वेबसाइट, पत्रिका, पुस्तक उसके बारे में लिखें। किस लेखक की किस पुस्तक के किस पृष्ठ से आपने यह बात देख कर लिखी है उसेके बारे में उस वाक्य के बाद {{cite book}}, {{cite web}} जैसे साँचे लगाकर संदर्भ (रेफरेन्स) दें। बिबलियोग्राफ़ी लिखें। इन्डेक्स बनाएँ। पैराग्राफ़ में अपनी बात लिखें। कहानी की तरह ना लिखें। लेखन पद्दती सम्झने के लिये दूसरे अच्छे लेख देखें। विषय के बारे में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही पहलू अलग-अलग अनुभागों में लिखें। विषय से संबन्धित कॉपीराइट मुक्त चित्र लगायें। इन कमियों को दूर करके लेख को पढने लायक बनाएँ। --चंद्र शेखर/Shekhar 13:18, 15 जनवरी 2016 (UTC)