सदस्य वार्ता:Crystal Ann Pinto/प्रयोगपृष्ठ
मेरा नाम क्रिस्टल आन पिंटो है।
शिक्षा
संपादित करेंमेरी पी यू सी तक की पढाई मंगलूरू में हुई थी। प्रथम बि. एस. सी. (पी .सी. एम.) की पढाई के लिए मैं इसी साल त्ऱैस्ट यूनिवर्सिटी में भर्ति हुइ । मैने नर्सरी से यू के जी तक की पढाई मंगलूरू के ब्रिजिटाईन कान्वेंट स्कूल बालदीपा में की थी। प्रथम कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक की पढाई एम. जी. सी. कान्वेंट हुई और नौवीं से पि यु सी तक की पढाई संत जौसेफ कॉलेज में हुई थी। मैं जीवन में कुछ हासिल करना चाहती थी, इसि लिए फूटबॉल में मेरी बहुत दिलचस्पी है। मैं अंताराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करना चाहती हूं। मैं बि एस सी की पढाई समाप्त होने के पस्चात औरगनिक केमिस्ट्री में आगे की पढाई करना चाहती हूं और अच्छी श्रैणी में उत्तीर्ण होना चाहती हूं।
परिवार
संपादित करेंमेरा जन्म एक ईसाई परिवार में हुआ। मेरा घर मंगलूरू के बोंदेल में है। मेरे घर में दादा-दादी ,पापा-मम्मी रहते हैं। मेरे दादाजी का नाम हेनरी पिंटो और दादी का नाम नानसी पिंटो हैं। मेरे पापा हेनबर्ट पिंटो बोंदेल के गिरिजा घर में उप अध्यक्ष है और कॉन्ट्रकर भी हैं। मेरी मम्मी मंगलूरू के एक कॉन्वेट स्कूल में अध्यापिका है। मैं उन्की एकलौती बैटी हूं। मुझे अपने परिवार से बहुत लगाव है।मेरे माता-पिता मुझसे बहुत प्यार करते हैं और मेरे प्रगति के लिए महनत करते हैं।मैं भी उन्को बहुत प्यार करती हूं।
साधना क्षेत्र
संपादित करेंमुझे खेलना बहुत पसंद है। जब मैने १०० मिटर की दौड में भाग लिया था और अन्य प्रतियोगियों की तुलना में मैने बहुत फासले में जीत पायी। मेरे पिताजी तो इतनी खुश हुए की मेरे प्रतीभा को पहचान दिलाने के लिए उन्होने मुझे अनुशिलान के लिए भर्ति किया। बाद में नौवी कक्षा में स्कूल ने मुझे फूटबॉल खेल में गोलकीपर चुना। फिर मैने कभी मुड कर नहीं देखा। स्कूल स्तर से राष्ट्र स्तर तक मैने कर्नाटक का प्रतिनीधित्व किया है। आये ऊर्जा कप के लिए मुझे साउत जोन की "बेस्ट गोलकीइपर" अवार्ड कर्नाटक के राज्यपाल श्री वजुभाई पटेल द्वारा प्रदान किया गया। मेट्रिक की पढाई में भी मैंने डिस्टिंक्षन हासिल किया है।