विषाणु आकोशिय अतिसुक्षम जीव है जो केवल जीवित कोशिका मे ही वन्श वृध्दि कर सकते है| ये नाभिकिय अम्ल और प्रोतीन से मिलकर गठित होते है|शरीर के बाहर तो ये म्रित-समान होते है| इन्हे क्रिस्तल के रुप मे इकट्ठा किया जा सकता है|यह सैकडो

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