सयौं थुँगा फूलका
सयौं थुँगा फूलका (हिन्दी अर्थ: हम सैंकड़ों फूल हैं) नेपाल का राष्ट्रगान है। यह गान व्याकुल माइला द्वारा रचित है। इस गान को ३ अगस्त, २००७ सिंह दरबार में स्थित राष्ट्रीय योजना आयोग के कॉन्फ़्रेन्स हॉल में आयोजित एक समारोह में श्री सुभाष चन्द्र नेमवांग ने नेपाल का राष्ट्रगान घोषित किया गया।
हिन्दी: हम सैंकड़ों फूल हैं | |
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राष्ट्रीय जिसका राष्ट्रगान है | नेपाल |
बोल | व्याकुल माइला |
संगीत | अम्बर गुरंग |
घोषित | २००७ |
गान के बोल प्रदीप कुमार राई द्वारा लिखे गए थे। संगीतकार अम्बर गुरुं हैं। राष्ट्रगान में नेपाल की विविधता को सरल शब्दों में बताया गया है।
गान
संपादित करें- सयौं थुँगा फूलका हामी, एउटै माला नेपाली
- सार्वभौम भई फैलिएका, मेची-महाकाली।।
- प्रकृतिका कोटी-कोटी सम्पदाको आँचल
- वीरहरूका रगतले, स्वतन्त्र र अटल।।
- ज्ञानभूमि, शान्तिभूमि तराई, पहाड, हिमाल
- अखण्ड यो प्यारो हाम्रो मातृभूमि नेपाल।।
- बहुल जाति, भाषा, धर्म, संस्कृति छन् विशाल
- अग्रगामी राष्ट्र हाम्रो, जय जय नेपाल।।
हिन्दी अनुवाद
संपादित करें- सैंकड़ो गुच्छों फूलो की हम, एक ही माला नेपाली
- सार्वभौम होकर फैले हुए, मेची-महाकाली।
- प्रकृति के करोड़ों-करोड़ सम्पदा की आंचल
- वीरों की रक्तो से, स्वतन्त्र और अटल।
- ज्ञानभूमि, शान्तिभूमि तराई, पहाड़, पर्वत
- अखण्ड है यह हमारी प्यारी मातृभूमि नेपाल।
- बहुल जाति, भाषा, धर्म, संस्कृति है विशाल
- अग्रगामी राष्ट्र हमारा, जय जय नेपाल।