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सय्यद नसीर अहमद
जन्म22, दिसेंबर, 1955
पुरिणी, नेल्लूर जिला आं। प्र।
पेशावकील, लेखक, शोधक
निवासनरसारावपेट, गुन्टूर जिला
बच्चे1

सय्यद नसीर अहमद : जन्म 22 दिसेंबर – 1955। आंध्र प्रदेश, नेल्लूर जिले के पुरिणी गांव में जन्म हुवा। वे आंध्रप्रदेश के एक नामवर शोधक, इतिहासकार और लेखक हैं। वे तेलुगु भाशा में लिखते हैं। इनहोंने कई पुस्तक और ग्रन्थ लिखे, जिनका मूल विशय भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में मुस्लिम समुदाय का योगदान है। इनहों ने एक मास पत्रिका भी प्रकाशित करते हैं जिस का नाम "सारे जहां से अच्छा इंडिया"।

बाल्य - विद्या

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इन का जन्म नेल्लूर जिले के पुरिणी गाँव में जुवा। इन की शिक्षा यम ए अथवा एल एल बी है। इन की शिक्षा भोपाल, चित्रदुर्ग और गुन्टूर में हुई। ज्यादा वर्श नरसारावपेट में गुज़ारे। अब वे गुन्टूर जिला ताडेपल्ली मंडल उन्डवल्ली में रहते हैं।

चरित्र शोध एवं प्रदर्शन

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1999 के बाद से वे कई पुस्तक लिखे जो तेलुगु भाशा में थे। इन पुस्तकों का अनुवाद अंग्रेज़ी और उर्दू भाशाओं में भी किया गया। इन पुस्तकों द्वारा यह बताने का प्रयास किया गया कि स्वतंत्रता संग्राम में मुस्लिम समाज और मुस्लिम शहीदों का योगदान प्रशंशनीय है और उन्हें भारतीय इतिहास में समुचित स्थान मिलना ज़रूरी है। मुस्लिम समाज हमेशा देश की स्वतंत्रता और अखंडता पर प्राण त्यागने के लिये कभी पीछे नहीं हटे।

आविश्कार किये गये आल्बम

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  1. चरितार्थुलु.[1]
  2. इम्मोर्टल्स.[2]
  1. भारता स्वातंत्र्योद्यमम : मुस्लिमुलु - (Indian Freedom struggle : Muslims)
  2. भारता स्वातंत्र्योद्यमम : मुस्लिम महिललु – (Indian Freedom struggle : Muslim women)
  3. भारता स्वातंत्र्योद्यमम : मुस्लिम प्रजापोराटालु – (India Freedom struggle: Muslims civil struggle)
  4. भारता स्वातंत्र्योद्यमम : आंध्रप्रदेश मुस्लिमुलु – (Indian Freedom struggle: Andhra Pradesh Muslims)
  5. भारता स्वातंत्र संग्रामम : मुस्लिम योधुलु – (Indian Freedom war : Muslim Warriors) - First part
  6. शहीद ए आज़म अशफ़ाक़ुल्ला खान
  7. मैसूर पुलि टिप्पू सुल्तान – (Mysore Tigre Tippu Sultan)
  8. चिरस्मरणीयुलु – (Memorables)
  9. 1857 : मुस्लिमलु – (1857:Muslims)
  10. आक्षरा शिल्पुलु – (Syllable carvers – 333 Muslims writers, poets – history compilation)
  11. चरितार्थुलु – (Immortals in History) 1757 से 1947 तक का इतिहास। ऐतिहासिक आल्बम, उन मुस्लिम योद्धाओं का जिनहों ने ब्रिटिश के विरुद्ध युद्ध किया।

इन का तर्क

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नसीर अह्मद का तर्क ये है कि भारतीय चरित्रकारों ने मुस्लिम देशभक्तों के चरित्र को, मुस्लिम देशभक्ती चरित्र को, भरतीय स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों के पात्र को जगह ही नहीं दी है, और पक्षपात से काम लिया गया है, जब कि निश्पक्षपात होना छाहिये था।

बाहरी कड़ियाँ

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