सरकारू वारि पाटा
सरकारू वारि पाटा (तेलुगु: సర్కారు వారి పాట) सन् 2022 की तेलुगु भाषा की एक्शन ड्रामा फ़िल्म है।[1] इसे परशुराम ने लिखा है और निर्देशित किया है। इसमें महेश बाबू, कीर्ति सुरेश और समुथिरकानी मुख्य भूमिकाओं में हैं।[2] यह फ़िल्म माही नामक एक फाइनेंसर और सांसद राजेंद्रनाथ के बीच संघर्ष को दर्शाती है।
शुरुआत में इसे जनवरी 2022 में जारी किया जाना था लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे टाल दिया गया। अंततः इसे 12 मई 2022 को सिनेमाघरों में जारी किया गया और आलोचकों से इसे ज़्यादातर मिश्रित समीक्षाएँ मिलीं। फ़िल्म ने दुनिया भर में लगभग ₹200 करोड़ की कमाई की।[3] इस हिसाब से यह वर्ष की तीसरी सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली तेलुगु फ़िल्म बन गई।
कहानी
संपादित करेंमहेश "माही" (महेश बाबू) एक फाइनेंस एजेंट है। उसकी मियामी, फ्लोरिडा में माही फाइनेंस कॉरपोरेशन नाम से अपनी खुद की लोन एजेंसी है। जब उसके कर्जदार अपना कर्ज चुकाने में विफल हो जाते हैं, तो वह उनके जीवन को नरक बना देता है। इस बीच, माही की मुलाकात कलावती (कीर्ति सुरेश) से होती है। वो माही से 10 हजार अमेरिकी डॉलर और बाद में स्नातक की पढ़ाई के लिए 25 हजार अमेरिकी डॉलर उधार मांगती है। माही उसे ये रकम कर्ज़ के रूप में उधार देता है और जल्द ही कलावती से प्यार करने लगता है। हालांकि, माही को पता चलता है कि कलावती जुए की आदी है और उसने माही को कर्ज मांगने के लिए बहकाया था। जब वो कर्ज चुकाने के लिए उससे कहता है, तो वह अपने पिता राजेंद्रनाथ (समुथिरकानी) की धमकी देती है। वो विशाखापत्तनम में रहने वाले एक शक्तिशाली राज्यसभा सदस्य और उद्योगपति हैं। वो एक औद्योगिक कंपनी राजेंद्रनाथ एसोसिएट्स भी चलाते हैं।
माही पैसे वापस पाने के लिए विजाग जाता है। ऐसे राजेंद्रनाथ का गुस्सा भड़क उठता है। राजेंद्रनाथ उसे चेतावनी देता है कि वह ऋण का भुगतान नहीं करेगा। लेकिन माही पर असफल हत्या के प्रयास के बाद, राजेंद्रनाथ माही को अपने कार्यालय में बुलाता है और बताता है कि वह राशि चुका देगा। लेकिन इस शर्त के साथ कि माही को यह कहना होगा कि वह अमीर परिवारों को निशाना बनाने वाला एक घोटालेबाज है। माही सहमत हो जाता है। लेकिन इसके बजाय, वह मीडिया में कहता है कि राजेंद्रनाथ पर उसका ₹10,000 करोड़ बकाया है। इससे हर कोई हैरान रह जाता है। राजेंद्रनाथ फिर माही को बुलाता है और पूछता है उसने ऐसा क्यों किया। माही फिर बताता है कि उसे स्टेट बैंक की एक वरिष्ठ अधिकारी राजकुमारी से पता चला था कि राजेंद्रनाथ ने स्टेट बैंक को ₹10,000 करोड़ का चूना लगाया है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Sarkaru Vaari Paata Box Office: महेश बाबू ने किया धमाका, पहले दिन 'सरकारू वारी पाटा' ने की इतनी कमाई". हिन्दुस्तान लाइव. अभिगमन तिथि 11 जुलाई 2024.
- ↑ "'Sarkaru Vaari Paata' में महेश बाबू और कीर्ति सुरेश के विवादित सीन पर निर्देशक ने तोड़ी चुप्पी, बोले- मुझे नहीं लगा कुछ भी अश्लील". TV9 भारतवर्ष. 20 मई 2022. अभिगमन तिथि 11 जुलाई 2024.
- ↑ "Sarkaru Vaari Paata: थिएटर के बाद अब ओटीटी पर चलेगा महेश बाबू का जादू, जानें कहां देख सकेंगे 'सरकारु वारी पाटा'". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 11 जुलाई 2024.