सरला ठकराल
सरला ठकराल (१९१४ - १५ मार्च २००८), विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला थी।[1] सरला को 'मति' नाम से भी पुकारा जाता था। सरला ठकराल ने १९३६ में २१ वर्ष की आयु में एक विमानन लाइसेंस अर्जित करके एक जिप्सी मोठ को अकेले उड़ाया।[2] उनकी एक ४ साल की बेटी भी थी। प्रारंभिक लाइसेंस प्राप्त करने के बाद, उन्होंने लाहौर फ्लाइंग क्लब के स्वामित्व वाले विमान में एक हज़ार घंटे की उड़ान भर कर रखी और पूरा किया।
सरला ठकराल | |
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जन्म |
08 अगस्त 1914 नयी दिल्ली, भारत |
मौत |
15 मार्च 2008 | (उम्र 93 वर्ष)
जीवनसाथी | पी डी शर्मा, आर पी ठकराल |
१६ वर्ष की आयु में उनका विवाह पी.डी शर्मा से हुआ, जिनके परिवार में ९ पायलट थे। इस कारण उन्हें पायलट बनने के लिए बहुत प्रोत्साहन मिला। उनके पति शर्मा, पायलट का लाइसेंस पाने वाले पहले भारतीय थे। कराची से लाहौर के बीच में तथा १००० घंटे से अधिक की उड़ान भर कर सरला 'लाइसेंस अ' हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।[3] ठकराल आर्य समाज की समर्पित अनुयायी थीं। भारत के स्वतंत्र होने पर वे अपनी दोनों बेटियों के साथ दिल्ली आ गयीं। दिल्ली में वे आर पी ठकराल के सम्पर्क में आयीं और १९४८ में उनसे विवाह किया। सरला सफल व्यवसायी और चित्रकार थीं। उन्होने वस्त्र और आभूषण डिजाइन करना शुरू कर दिया।[4] २००८ में उनकी मृत्यु हो गई। [5]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Katie O, London, ENGLAND. "1936 – India – Sarla Thakral | Celebrate 100 Years of Licensed Women Pilots". Centennialofwomenpilots.com. Retrieved 9 October 2013.
- ↑ "Sarla Thakral Google Doodle: Family, Quotes, First Indian Female Pilot". Samachar Khabar News (अंग्रेज़ी में). 2021-08-08. अभिगमन तिथि 2021-08-11.
- ↑ "The Tribune, Chandigarh, India – Education Tribune". The Tribune. Retrieved 24 January 2017.
- ↑ "The Tribune, Chandigarh, India – Education Tribune". The Tribune. Retrieved 9 October 2013.
- ↑ Rahul Ittal[1]