सरस्वती मेनन एक भारतीय महिला शोधकर्ता, शिक्षाविद् और समाजशास्त्री हैं।

सरस्वती मेनन
राष्ट्रीयता भारतीय
पेशा शोधकर्ता, शिक्षाविद् और समाजशास्त्री

वर्तमान में वे संयुक्त राष्ट्र की शांति निर्माण संरचना की नीति एवं संस्थागत समीक्षा हेतु नियुक्त सलाहकार समूह की सदस्य हैं। समिति का नाम 'एडवाइजरी ग्रुप ऑन द रिव्यू ऑफ द पीसबिल्डिंग आर्किटेक्चर' है। इस पद पर वे 23 जनवरी, 2015 को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून द्वारा नियुक्त हुई हैं। इसके पहले वे यूएन वूमेन के नीति प्रभाग तथा संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के मूल्यांकन कार्यालय की निदेशक रह चुकी हैं।[1]

वे यू एन डी पी में शामिल होने से पूर्व मद्रास विश्वविद्यालय चेन्नई में समाज शास्त्र की प्रवक्ता थीं। वह मंगोलिया और नेपाल में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के तहत भी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। उन्होंने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) से समाजशास्त्र में शोध किया है। [2]

  1. FROM THE UN SECRETARY-GENERAL (23 जनवरी 2015). "Secretary-General nominates Advisory Group of Experts on the Review of the Peacebuilding Architecture" [संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा शांति स्थापना वास्तुकला की समीक्षा हेतु विशेषज्ञों के सलाहकार समूह मनोनीत]. united nations. अभिगमन तिथि 27 मार्च 2015.[मृत कड़ियाँ]
  2. IANS (24 जनवरी 2015). "UN chief appoints Saraswathy Menon in peace-building panel" [संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा शांति निर्माण पैनल में सरस्वति मेनन नियुक्त किया गया]. द हिन्दू. अभिगमन तिथि 27 मार्च 2015.