सरूरनगर झील भी तेलंगाना की चुनिंदा खास लेक में गिनी जाती है, जिसका निर्माण 16वीं शताब्दी में कुतुब शाही काल में हुआ था। 400 साल पुरानी से यह झील लगभग 1 वर्ग कि.मी के क्षेत्र में फैली है, जिसका निर्माण सिंचाई के लिए जलापूर्ति के उद्देश्य के साथ किया गया था। यहां स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूर दराज के पर्यटकों का आगमन भी होता है। शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच यह एक आरामदायक कोना है, जहां आप वीकेंड पर आ सकते हैं। झील के अलावा आप यहां पास में मौजूद सरुरनगर महल को भी देख सक