सहायतापूर्ण बरताव उन स्वेच्छापूर्वक कार्यों को कहा जाता है जो दूसरों की मदद के लिए उठाए जाते हैं जिसमें किसी लाभ की सोच हो सकता है कि शामिल हो और हो सकता है कि नहीं। यह एक प्रकार का समाज-समर्थक बरताव है (जैसे कि ऐसा कोई भाई कार्य जिस में कि किसी व्यक्ति या व्यक्ति-समूह की सहायता या राहत पहुँचाने का कार्य [1][2] जैसेकि किसी सुविधा का साझा करना, दिलासा देना, कठिन परिस्तिथि से बचान या किसी और और रूप में सहायता करना)।

घाना में पानी बोरिंग सुविधा को पुनः क्रियांवित करने के प्रयास में लगे कर्मचारी तथा पड़ोसी नगर से जमा स्वयंसेवक

सहायता कभी मध्यस्थता के रूप में भी हो सकती है।[3]


  1. Eisenberg, N., & Mussen, P. H. (1989). The Roots of Prosocial Behavior in Children. Cambridge: Cambridge University Press. ISBN 0-521-33771-2.
  2. Siegler, R. (2006). How children develop, exploring child development student media tool kit & Scientific American Reader to accompany how children develop. New York: Worth Publishers. ISBN 0-7167-6113-0.
  3. "883 Sampurna Gandhi Vaadmay Vol-61; (1935)