साँचा:आज का आलेख १७ फरवरी २००९
कुमारपाल पाल राजवंश के राजा रामपाल का पुत्र था। यह राजवंश चालुक्य वंशी राजाओं की सोलंकी जाति से संबंध रखता था। यह राजपरिवार की राजधानी गुजरात के अनहिलवाडा (आधुनिक काल में सिद्धपुर पाटण) में थी। कुछ विद्वानों के अनुसार इनका जन्म विक्रम संवत ११४९ में, राज्याभिषेक ११९९ में और मृत्यु १२३० में हुई। ईस्वी संवत के अनुसार उनका राज्य ११३० से ११४० माना जाता है। तदनुसार उनके जन्म का समय ईसा के पश्चात ११४२ से ११७२ तक सिद्ध किया गया है। पालवंश के राजा भारतीय संस्कृति, साहित्य और कला के विकास के लिए जाने जाते हैं। इस परंपरा का पालन करते हुए कुमारपाल ने भी शास्त्रो के उद्वार के लिये अनेक पुस्तक भंडार स्थापन किये, हजारों मंदिरों का जीर्णोद्वार किया और नये बनवाकर भूमि को अलंकृत किया। विस्तार से पढ़ें...