साँचा:प्रमुख चित्र सप्ताह १३ वर्ष २०१३

तरल जल ४ °से. पर अधिकतम घनत्व वाला होता है। इसके बाद जैसे जैसे तापमान शून्य °से को गिरता है, यह षटकोणीय क्रिस्टल बनाते हुए कम घनत्व का होता जाता है। ऐसा जल के अणुओं के बीच बनने वाले हाइड्रोजन बंध के कारण होता है जो जमे हुए जल में कम दक्षता से एकत्रित होते हैं। इसके परिणामस्वरूप बर्फ़ जल पर तैरती है।
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