यह पृष्ठ साँचा:Salt पन्ने के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।

बदलाव हेतु अनुरोध संपादित करें

@संजीव कुमार: जी नमस्ते! मैं साँचा:salt में कुछ बदलाव करने कि अनुमति प्राप्त करना चाहता हूँ, जैसे - हटाने वाले प्रबंधक से अनुरोध - यह शीर्षक विकिपीडिया पऱ बनाने के लिए अनुकूल नहीं है अथवा इस शीर्षक क़ो बारं-बार हटाये जाने के बावज़ूद पुन:पृष्ठ निर्मित किया जा रहा है। यदि आपके द्वारा यह पृष्ठ हटाया जाता है,तो कृपया आप इस शीर्षक को सुरक्षित करने पर भी विचार कीजिये।   🕉️AVIRAM 7 ॐ हं हनुमते नमः 03:22, 6 जून 2022 (UTC)उत्तर दें

@Aviram7 जी, आपके सुझाव वाले वाक्य में मुझे कुछ त्रुटियाँ दिखाई दे रही हैं अतः मैं पूर्णतः आपके सुझाव को समझ नहीं पा रहा हूँ। क्या आप उपरोक्त बदलाव को उचित कारण सहित बता सकते हैं? उदाहरण के लिए वर्तमान वाक्य में विराम-चिह्नों अथवा व्याकरण की कोई त्रुटि हो अथवा वाक्य बहुत लम्बा है या फिर कुछ और। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:53, 6 जून 2022 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार जी वर्तमान में जो साँचा है, उसमें लिखा है,-:हटाने वाले प्रबंधक हेतु अनुरोध: यह शीर्षक या तो विकिपीडिया के अनुकूल नहीं है अथवा इस शीर्षक से बारंबार हटाये जाने के बावज़ूद पृष्ठ निर्मित किया जा रहा है। यदि आपके द्वारा यह पृष्ठ हटाया जाता है, कृपया इस शीर्षक को सुरक्षित करने पर भी विचार कर सकते है।-: उपयुक्त कोड में मैंने थोड़ा बदलाव किया था जो ऊपर है, मेरे ख्याल से अगर इस सांचे में थोड़ा बदलाव हो जाये तो पढ़ने में अटपटा नहीं लगेगा, एक बार आप इस सांचे में जो लिखा है उसको ध्यान से पढ़िए तो इसका शुद्ध अर्थ नहीं निकलेगा क़ी साँचा में जो लिखा है उसमे कुछ त्रुटि है?  🕉️AVIRAM 7 ॐ हं हनुमते नमः 13:10, 6 जून 2022 (UTC)उत्तर दें
@Aviram7 जी, आप मुझे "सको बारं-बार" का अर्थ समझा सकते हैं? ☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:47, 6 जून 2022 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार: जी, शब्द त्रुटि वश लिख दिया था यहाँ पर बार-बार का अर्थ है क़ी कोई लेख है जो विकिपीडिया के अनुकूल नहीं है, हो सकता उल्लेखनीयता या विकिपीडिया क़ी नीतियों पर खरा नहीं उतरा, और बनाने के बाद लेख कों बार-बार (लगातार) हटाया जा रहा है, तो उसे विकिपीडिया के माननीय प्रबंधक उस लेख कों पुन: निर्माण से सुरक्षित करते है,आप चाहो तो सुरक्षित शीर्षक देख सकते हो?   🕉️AVIRAM 7 ॐ हं हनुमते नमः 03:09, 7 जून 2022 (UTC)उत्तर दें
@Aviram7 जी: आपने "सक़ो" को तो "को" बनाकर समझा दिया, लेकिन मैं अन्य लोगों के चर्चा में आने से पहले यह भी समझना चाहता हूँ कि "बार-बार" नहीं आपने "बारं-बार" लिख रखा है (अनुस्वार को देखें), शायद यह स्थानीय बोली में प्रयुक्त होने वाले शब्द के कारण त्रुटिवश लिखा हो। इसके अतिरिक्त आपने विभिन्न स्थानों पर नुक़्ता काम में लिया है जो कुछ शब्दों को मेरे लिये अर्थहीन बनाता है (शायद मैं उनका अर्थ नहीं समझ पा रहा), उदाहरण के लिए आपने "पर" में 'र' के साथ नुक़्ता लगाया है, "को" में भी सामान्यतः नुक़्ता का प्रयोग करते हो आदि। यदि ये विशेष प्रयोजन से लगाये हैं तो मुझे समझाइयेगा अन्यथा ऐसी त्रुटि को सुधार दीजियेगा जिससे मेरे लिए समझना थोड़ा आसान हो जाये। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:13, 7 जून 2022 (UTC)उत्तर दें
@संजीव कुमार जी, मैं हिन्दी का कोई प्रचंड विद्वान नहीं हूँ,वो तो आप हो, परंतु मैं सामान्य हिन्दी की जानकारी रखता हूँ, शुरुआत में (बार-बार) को बारं-बार लिखा या अन्य शब्दो को और अन्य शब्द जिसमे नुक़्ता का गलती से प्रेयोग किया यह एक डिजिटल एप्लीकेशन के कारण हुआ.  🕉️AVIRAM 7 ॐ हं हनुमते नमः 11:20, 7 जून 2022 (UTC)उत्तर दें

मुझे तो कोई त्रुटि नहीं दिख रही। "बार-बार" के लिए ही "बारंबार/बारम्बार" शब्द प्रयुक्त होता है। "या तो" का प्रयोग इसलिए किया है जिससे दोनों दशाओं को शामिल किया जासके। सुधार हेतु सुझाए गए वाक्य में अनावश्यक नुक्ते भी उचित नही हैं कि उन्हें जोड़ा जाय। कोई और सुझाव हो तो लिखें।--SM7--बातचीत-- 20:32, 19 जून 2022 (UTC)उत्तर दें

पृष्ठ "Salt" पर वापस जाएँ।