सामजिक पूंजी -यह समाजशास्त्र में विक्सित की गयी एक नवीन अवधारणा है जिसके अनुसार सामजिक सम्बन्ध भी उत्पादकता को बढाते है जैसे कालेज शिक्षा और पेचकस किसी की उतापदाक्कता बढ़ा देहते है वैसे ही अनेक समूहों की सदस्यता और संपर्क भी उसकी उत्पादकता को बढ़ा देते है, यही कारण है की समाज में आज शोशल नेट्वर्किंग का इतना महत्त्व बढ़ गया है, ऑरकुट जैसे वेबसाइट के प्रचार के पीछे यह एक महत्वपूर्ण कारण है