सॉल्वै प्रक्रम या अमोनिया-सोडा प्रक्रम सोडियम कार्बोनेट (सोडा भस्म, Na2CO3) के उत्पादन का एक प्रमुख औद्योगिक प्रक्रम है। अपने वर्तमान स्वरूप में इस प्रक्रम का विकास १८६० के दशक में अर्नेस्ट सॉल्वै (Ernest Solvay) ने किया था। इसके लिए सामग्री सहज से उपलब्ध और सस्ती है: लवणयुक्त जल (अंतर्देशीय स्रोतों या समुद्र से) और चूना पत्थर (खदानों से)। 2005 में दुनिया भर में सोडा भस्म का उत्पादन 42 मिलियन टन अनुमानित था, जो पृथ्वी पर प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रति वर्ष छह किलोग्राम से अधिक है। सॉल्वै-आधारित रासायनिक संयंत्र अब इस आपूर्ति का लगभग तीन-चौथाई उत्पादन करते हैं, शेष प्राकृतिक जमा से खनन किया जाता है। इस प्रक्रम के विकास के पश्चात लेब्लांक प्रक्रम अनुपयोगी हो गया।

प्रक्रम का विवरण संपादित करें

 
सॉल्वै प्रक्रम की अभिक्रियायों की योजना