सितारा विमान
सितारा (HAL HJT-36 Sitara) भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित एक सबसोनिक इंटरमीडिएट जेट ट्रेनर विमान है। सितारा विमान एचएएल किरण सितारा विमान को स्टेज-2 ट्रेनर के रूप में बदल देगा।
सितारा HJT-36 Sitara | |
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प्रकार | इंटरमीडिएट ट्रेनर |
उत्पादक | हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड |
प्रथम उड़ान | 7 मार्च 2003 |
स्थिति | सीमित श्रृंखला उत्पादन |
प्राथमिक उपयोक्तागण | भारतीय वायु सेना भारतीय नौसेना |
निर्मित इकाई | 6[1] |
सीतारा एक पारंपरिक जेट ट्रेनर है जिसमे कम धुंध पंखों, अग्रानुक्रम कॉकपिट और अपने हवाई जहाज़ के दोनों तरफ इंजन के लिए छोटा हवा प्रवेश है।
विकास
संपादित करेंहिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेडने 1997 में इंटरमीडिएट जेट ट्रेनर पर डिजाइन काम शुरू किया। इसकी अवधारणा एचएएल के पहले ट्रेनर एचजेटी-16 किरण जो 1968 में पेश किया गया था उसे नए इंटरमीडिएट जेट ट्रेनर से बदलना था। 1999 में, भारतीय वायु सेना द्वारा निम्नलिखित समीक्षाओं में, भारत सरकार ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को दो प्रोटोटाइप आईजेटी विमान के विकास, परीक्षण और प्रमाणन के लिए एक अनुबंध दिया था।[2]
पीएच-1 और पीटी-2 नामक एचजेटी-36 सितारा का पहला और दूसरे प्रोटोटाइप ने क्रमशः 7 मार्च 2003 और मार्च 2004 में उड़ान भरी। इसके बाद कार्यक्रम में 14.1 किलोन्यूटन थूर्स्ट वाले टर्बोमेका लैरज़ैक इंजन द्वारा कम ताकत उत्पन करने के कारण देरी हुई। जवाब में अगस्त 2005 में, एचएएल ने टर्बोमेका लैरज़ैक इंजन को एनपीओ सैटर्न एल-55आई के साथ बदलने के लिए एक समझौते किया। टर्बोमेका लैरज़ैक इंजन की तुलना में एनपीओ सैटर्न एल-55आई में 16.9 किलोन्यूटन ताकत का है
घटनाएं
संपादित करेंफरवरी 2007 में एरो इंडिया शो में बेंगलुरु के पास येलहांका हवाई अड्डे पर पीटी-1 पहला प्रोटोटाइप विमान खतरनाक नुकसान पहुंचा था।[3]
4 फरवरी 2009 को पीटी -2 एक नियमित एरोबेटिक उड़ान के बाद अपने रनवे पर उतरा। उतरते समय उस में कुछ संरचनात्मक क्षति हुई।[4]
28 अप्रैल 2011 को, एक सितारा प्रोटोटाइप तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दोनों चालक दल सुरक्षित रूप से निकलालिया गया था।[3]
निर्दिष्टीकरण (एचजेटी-36, प्रोटोटाइप)
संपादित करेंairforce-techonology.com[5] से डेटा
सामान्य लक्षण
- चालकदल: 2, छात्र और प्रशिक्षक
- लंबाई: 10.91 मीटर (36 फुट 1 इंच)
- पंख फैलाव: 10.00 मीटर (32 फुट 10 इंच)
- ऊंचाई: 4.13 मीटर (14 फुट 5 इंच)
- अधिकतम उड़ान वजन: 4,600 किलोग्राम (10,000 पौंड)
- पावर प्लांट: 1 × एनपीओ सैटर्न एल-55आई गैर-आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन, 17.27 किलो न्यूटन ()
प्रदर्शन
- अधिकतम गति: मैक 0.80 (1,000 किलोमीटर प्रति घंटा (620 मील/घंटा))
- रेंज: 1,000 किलोमीटर (620 मील) ()
- अधिकतम सेवा सीमा: 9,000 मीटर (30,000 फीट) ()
- सहनशीलता: 3 घंटे
- अधिकतम गति: 950 किमी/घंटा
- अधिकतम लोड फैक्टर: +7.0/-2.5 g
अस्र-शस्र
- 4 57मिमी रॉकेट पॉड्स
- 1 × 12.7 मिमी गन पॉड्स
- 4 250 किलो रेटार्डर या बैलिस्टिक बम
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 31 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 13 अप्रैल 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 सितंबर 2017.
- ↑ अ आ Rao, Radhakrishna. "Crew ejects as Indian Sitara prototype crashes". Flight Global. मूल से 2 मई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 April 2011.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 27 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 सितंबर 2017.
- ↑ http://www.airforce-technology.com/projects/hjttrainer/specs.html