भैरहवा, दक्षिण-पश्चिम नेपाल में भारतीय सीमा के पास स्थित एक कस्बा, नगरपालिका एवं रूपनदेही जिले का मुख्यालय है। यह भारत के साथ कारोवार का प्रमुख नाका है। यह पोखरा से करीव २०० किमी पड़ता है। भैरहवा, लुम्विनी अंचल के रूपन्देही जिल्ले मे बुटवल नगर से २० कि मि की दूरी पर है। इसका नया नाम सिद्धार्थनगर है। सन् १९९१ की नेपाली जनगणना के अनुसार इसकी जनसंख्या 39,473 थी।

"Gateway of Lumbini." at Siddarthanagar

भैरहवा के स्थानीय निवासी अवधी और भोजपुरी बोलते हैं जबकि नेपाली यहाँ की राष्ट्रीय भाषा है। यह महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी के लिये प्रवेशद्वार है। भारतीय सीमा के पास स्थित होने के कारण यह आयात-निर्यात व्यापार में प्रमुख भूमिका प्रदान करता है। इसी कारण भैरहवा को तराई क्षेत्र का वाणिज्य केन्द्र भी कहा जाता है।