सिराज उद-दिन-अली ख़ान
मुगल भारतीय उर्दू भाषा के कवि
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सिराज उद-दीन-अली ख़ान एक प्रसिद्ध शायर हैं यह अपने कलमी नाम 'आरज़ू' से भी जाने जाते हैं। यह मुख्यतः फ़ारसी के कवि थे पर इन्होंने उर्दू मैं भी 127 शेर कहे। यह मीर तकी मीर के मामा थे। यह मीर तक़ी मीर, शाह मुबारक़ आबरू आदि के उस्ताद थे। सिराज-उल-लुगात, चराग़-ए-हिदायत, जोशो-खरोश आदि इनके प्रमुख संग्रह हैं। इनकी मृत्यु सन 1756 को लखनऊ में हुई।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2019.