सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम

सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम अथवा सार्स (हिन्दी: अति तीव्र श्वसन परिलक्षण) सार्स कोरोनावाइरस द्वारा जनित श्वसन से संबंधित रोग है।[1] नवम्बर २००२ और जुलाई २००३ के बीच, दक्षिणी चीन में सार्स रोग प्रकोप आरम्भ हुआ जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न देशों में 8273 लोग संक्रमित हुए एवं 775 लोगों की मृत्यु हो गयी थी, इसमें सबसे अधिक संख्या हाँगकांग की रही।[2] विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार (9.6% मृत्यु)।[3] २००३ के पूर्वार्द्ध में कुछ ही सप्ताह में सार्स विभिन्न ३७ देशों के व्यक्तियों में फैल गया।[4]

सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम
वर्गीकरण एवं बाह्य साधन
सार्स कोरोनावाइरस (SARS-CoV) प्रेरित परिलक्षण
आईसीडी-१० U04.
आईसीडी- 079.82
डिज़ीज़-डीबी 32835
मेडलाइन प्लस 007192
ईमेडिसिन med/3662 
एम.ईएसएच D045169

प्रभावित देश संपादित करें

इस रोग की शुरुआत एक अंतरराष्ट्रीय व्यापारी चेन से हुई जो वियतनाम आने से पहले हॉन्ग कॉन्ग में रुके थे।[5]

देश मौतें प्रभावित
चीन 349 5327
हाँगकांग 299 1799
कनाडा 43 251
ताइवान 37 346
सिंगापुर 33 238
वियतनाम 5 63
मलेशिया 2 5
फ़िलीपीन्स 2 14
थाईलैंड 2 9
फ्रांस 1 7
दक्षिण अफ्रीका 2 2

सन्दर्भ संपादित करें

  1. थिएल वी, संपा॰ (2007). Coronaviruses: Molecular and Cellular Biology [कोरोनावाइरस: आण्विक और कोशिका जीवविज्ञान] (अंग्रेज़ी में) (प्रथम संस्करण). कैस्टर अकादमिक प्रेस. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-904455-16-5. मूल से 31 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अगस्त 2013.
  2. "Summary of probable SARS cases with onset of illness from 1 नवम्बर 2002 to 31 जुलाई 2003" [१ नवम्बर २००२ से ३१ जुलाई २०१३ के मध्य सम्भावित सार्स रोग के शिकार] (अंग्रेज़ी में). विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ). मूल से 24 जून 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अगस्त 2013.
  3. "Summary of probable SARS cases with onset of illness from 1 नवम्बर 2002 to 31 जुलाई 2003". (डब्ल्यूएचओ. मूल से 24 जून 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १९ अगस्त २०१३.
  4. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  5. डॉक्टर केविन फॉन्ग (18 अगस्त 2013). "वे डॉक्टर जिन्होंने दुनिया की जान बचाई". ब्रॉडकास्टर. मूल से 19 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अगस्त 2013.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें