सीजीनेट स्वर मोबाइल और अभिकलित्र से जुड़ा जनपत्रकारिता के सिद्धांतों पर आधृत स्थानीय स्तर का संचार तंत्र है। इस संचार माध्यम में यह सुविधा है कि आम आदमी फोन करके अपनी रपट स्वयं दर्ज करा सकता है। संस्था के मॉडरेटर इस रपट के तथ्यों की सरसरी तौर पर जांच के बाद अंतर्जाल पर प्रकाशन करते हैं।

सिजीनेट स्वर की स्थापना भारतीय पत्रकार शुभ्रांशु चौधरी ने की है। लंदन स्थित संस्था 'इंडेक्स ऑन सेंसरशिप' ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के क्षेत्र में काम करने के लिए सिजीनेट स्वर को २०१३ में ब्रिटेन में डिजिटल जर्नलिज़्म पुरस्कार प्रदान किया।[1]

पुरस्कार / सम्मान

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  • डिजिटल जर्नलिज़्म अवॉर्ड - लंदन स्थित संस्था इंडेक्स ऑन सेंसरशिप द्वारा अभिव्यक्ति की आज़ादी के क्षेत्र में काम करने के लिए
  1. "भारतीय पत्रकार को डिजिटल सक्रियता पुरस्कार - बीबीसी". मूल से 23 मार्च 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 मार्च 2014.

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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