सीसपाल सिंह
सीस पाल सिंह जाट रेजिमेंट में एक नायक (सैन्य रैंक) थे। वे एक पारंपरिक सैन्य परिवार से थे तथा उनके पिता और दादा ,दोनों,अलवर राज्य बल के अलवर इन्फैंट्री के सूबेदार के रूप में सेवानिवृत्त हुए। विश्व युद्ध I के बाद से उनके चाचा जाट रेजिमेंट में थे उनके दादा 1851 और 1871 के बीच,जाट रेजिमेंट में सेवारत थे । उनके अपने बेटे जयपाल सिंह जो 1 9 41 में पैदा हुए, कमीशन अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में शामिल हुए 1 99 6 में और मेजर जनरल के रूप में 1 99 7 में सेवानिवृत्त हुए। उनका भतीजा 1 9 5 9 में भारतीय वायुसेना के भर्ती वर्गों में शामिल हुआ और 1 9 84 में एक जूनियर वारंट ऑफिसर के रूप में सेवानिवृत्त हुआ। 1 9 8 9 में उनके के पोते भारतीय वायु सेना में एक पायलट अधिकारी बने और वर्तमान में एयर कमोडोर के रूप में सेवा कर रहे हैं। सीसपाल सिंह को 1 9 47 के जम्मू-कश्मीर ऑपरेशन में अपनी वीरता के लिए महा वीर चक्र से सम्मानित किया गया। वह भारत के हरियाणा के भिवानी जिले में बामला के छोटे से गांव में पैदा हुए थे।
Naik Sis Pal Singh | |
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जन्म | Bamla, Bhiwani, Haryana, India |
निष्ठा | India |
सेवा/शाखा | भारत सेना |
सेवा वर्ष | 1938-1961 |
उपाधि | Retired as a Naib Subedar |
दस्ता | Jat Regiment |
युद्ध/झड़पें | Operation Jammu-Kashmir 1947-48 |
सम्मान | Maha Vir Chakra |