सुखोई एसयू-25

रूसी लड़ाकू विमान

सुखोई एसयू-25 ग्रेच (Sukhoi Su-25 Grach) (नाटो रिपोर्टिंग का नाम: फ्रॉगफूट) एक सिंगल सीट वाला, सोवियत संघ में सुखोई द्वारा विकसित दो इंजन वाला जेट विमान है। यह सोवियत ग्राउंड बलों के लिए करीब हवाई समर्थन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। सुखोई एसयू-25 के पहले प्रोटोटाइप ने 22 फरवरी 1975 को पहली उड़ान भरी। परीक्षण के बाद, विमान की शृंखला का उत्पादन जॉर्जियाई सोवियत समाजवादी गणराज्य में 1978 में शुरू हुआ था।

सुखोई एसयू-25
Su-25
एक यूक्रेनी वायुसेना का सुखोई एसयू-25
प्रकार बंद हवा का समर्थन
उत्पत्ति का देश  सोवियत संघ/ रूस
उत्पादक सुखोई
प्रथम उड़ान 22 फरवरी 1975 (टी8)
आरंभ 19 जुलाई 1981
स्थिति सेवा में
प्राथमिक उपयोक्तागण रूसी वायु सेना
बेलारूसी वायु सेना
यूक्रेनी वायु सेना
कोरियाई पीपुल्स आर्मी वायु सेना
ऑपरेटर्स अन्य के लिए देखे
निर्मित 1978–वर्तमान
निर्मित इकाई 1,000 से ज्यादा
इकाई लागत US$1.1 करोड़[1]
अंतरण सुखोई एसयू-28

शुरुआती प्रकार में सुखोई एसयू-25यूबी के दो-सीट ट्रेनर, सुखोई एसयू-25बीएम और निर्यात ग्राहकों के लिए सुखोई एसयू-25क्यू शामिल थे। कुछ विमानों को 2012 में सुखोई एसयू-25एम मानक में अपग्रेड किया जा रहा था। सुखोई एसयू-25टी और सुखोई एसयू-25टीएम (जिसे सुखोई एसयू-39 भी कहा जाता है) आगे के विकासाधीन विमान थे लेकिन इनका बड़ी संख्याओं में उत्पादन नहीं किया गया था। सुखोई एसयू-25, और सुखोई एसयू-34, 2007 तक उत्पादन में एकमात्र बख़्तरबंद, फिक्स्ड-विंग विमान थे।[1] सुखोई एसयू-25 रूस, स्वतंत्र राज्य राष्ट्रसंघ और निर्यात ग्राहकों के वायु सेना मे अभी भी सेवा में हैं।

सुखोई एसयू-25 की 30 से अधिक वर्षों की सेवा के दौरान कई संघर्षों में इसने अच्छे लड़ाकू विमान की भूमिका निभाई है। यह अफगानिस्तान में सोवियत युद्ध में मुख्य रूप से शामिल था। इसने मुजाहिदीन के खिलाफ उग्रवादियों के उग्र अभियानों मे बहुत भाग लिया था। ईरानी वायुसेना ने 1980-88 ईरान-इराक युद्ध के दौरान ईरान के खिलाफ सुखोई एसयू-25 का इस्तेमाल किया था। बाद में 1991 के फारस की खाड़ी युद्ध में ज्यादातर विमान नष्ट हो गये थे। 1992 से 1993 तक अबकाज़िया युद्ध के दौरान जॉर्जियाई वायु सेना ने सुखोई एसयू-25 एस का इस्तेमाल किया। मैसेडोनियन वायु सेना ने 2001 मकदूनिया विवाद में अल्बेनिया विद्रोहियों के खिलाफ सुखोई एसयू-25 का इस्तेमाल किया था और 2008 में, जॉर्जिया और रूस दोनों ने रूस-जॉर्जियाई युद्ध में सुखोई एसयू-25 एस का इस्तेमाल किया। आइवरी कोस्ट, चाड और सूडान सहित अफ्रीकी राज्यों ने स्थानीय उग्रवाद और नागरिक युद्धों में सुखोई एसयू-25 का इस्तेमाल किया है। हाल ही में सुखोई एसयू-25 ने सीरिया के नागरिक युद्ध में भी बहुत भूमिका निभाई है।

विशेष विवरण संपादित करें

 
सुखोई एसयू-25 लाइन ड्राइंग

जेन ऑल द वर्ल्ड एयरक्राफ्ट 2003-2004,[2] सुखोई ,[3] deagel.com,[4] airforce-technology.com[5] से डेटा

सामान्य लक्षण

  • चालकदल: 1
  • लंबाई: (नाक प्रोब सहित) 15.53 मीटर (51 फुट)
  • पंख फैलाव: 14.36 मीटर (47 फुट 2 इंच)
  • ऊंचाई: 4.8 मीटर (15 फुट 9 इंच)
  • पंख क्षेत्र: 33.7 मीटर² (323 फुट²)
  • खाली वजन: 9,800 किलोग्राम (21,605 पौंड)
  • उपयोगी भार: 14,440 किलोग्राम (31,835 पौंड) (सामान्य टेकऑफ़ वजन)
  • अधिकतम उड़ान वजन: 19,300 किलोग्राम (42,549 पौंड)
  • पावर प्लांट: 2 × सोयुज/तुमानस्की आर-195 टर्बोजेट, 44.18 किलोन्यूटन (9,921 पौंड बल) प्रत्येक से

प्रदर्शन

  • अधिकतम गति: मैक 0.79 (975 किमी/घंटा; 606 मील प्रति घंटा) समुद्र के स्तर पर
  • रेंज: 1,000 किमी (621 मील) स्वच्छ ऊंचाई पर
  • लड़ाकू रेंज: 750 किमी (466 मील) समुद्र के स्तर पर, 4,400 कि॰ग्राम (9,700 पौंड) के आयुध और दो बाहरी ईंधन टैंक के साथ
  • अधिकतम सेवा सीमा: 7,000 मीटर (23,000 फुट) स्वच्छ; 5,000 मी॰ (16,000 फीट) आयुध के साथ
  • आरोहन दर: 58 मीटर/सेकेड (11,400 फुट/मिनट)
  • अधिकतम g-लोड: +6.5 g

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Gordon and Dawes 2004.
  2. Jackson 2003, pp. 403–405.
  3. "Sukhoi Company (JSC) – Airplanes – Military Aircraft – Su-25К – Aircraft performance". मूल से 22 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 January 2016.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 नवंबर 2017.
  5. "संग्रहीत प्रति". मूल से 24 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 नवंबर 2017.