सुदर्शन कुल (ऐमेरिलिडैसी / Amaryllidaceae) फूलों का एक कुल (family) है। इस कुल में बहुत सी (एक हजार से कुछ ऊपर ही) जातियाँ हैं और इस कुल के पुष्प लिली से बहुत मिलते-जुलते हैं। सुदर्शन कुल के पुष्प उष्ण तथा उपोष्ण देशों में पाए जाते हैं। अधिकांश में कंद होता है। कई में लिली के समान पुष्प फूलते हैं। इस कुल के कुछ पौधों के (जैसे ऐमारिलिस बेलाडोना और बूफेन डिस्टिका के) कंद अत्यंत विषैले होते हैं। इस कुल में पीला डैफोडिल और श्वेत स्नोड्राप इंग्लैंड में बहुत प्रसिद्ध हैं।

प्रजातियाँ

संपादित करें

सुदर्शन कुल की कुछ जातियाँ भारत में भी होती हैं; इनका वर्णन नीचे दिया जाता है:

जेफीर पुष्प

संपादित करें

वनस्पति; सुदर्शन कुल, प्रजाति जेफीरैंथस। प्याज की तरह सकंदी शाक; 4-5 पतली 20 सें.मी. तक की पत्तियाँ एक निवापाकार पुष्प 25-30 सेंमी के निवृत पर खिलता है। ऐसे 3-4 निर्वृत एक कंद से निकलते हैं।

इसकी कतिपय जातियाँ, जिनमें गुलाबी पुष्पवाला रोज़िया, श्वेत पुष्पवाला कैंडाइडा और पीत पुष्पीय फ्लावा प्रधान हैं, भारत में उगाई जाती हैं और आस-पास के घास के मैदानों में वितरित होकर जंगली हो जाती हैं।

अमरीका के उष्ण भागों में (बोलीविया से टेक्सास और मेक्सिको तक) 30 जातियाँ और एक जाति पश्चिमी अफ्रीका में भी देशी हैं। वहाँ के संसार के सभी भागों के उद्यानों में यह फूल उगाया गया है।

जेफीरैथस फ़्लावा

संपादित करें

जेफीरैथस फ़्लावा वर्षा के प्रारंभ में उगता है। पीले फूल 203 सप्ताह तक निकलते हैं और अगस्त में फलों से 25-30 काले चिपटे बीज झड़ते हैं। सितंबर तक प्ररोह सूख जाता है और भूमि में कंद सुषुप्तावस्था में पड़ा रहता है। उद्यानों में विशेष ध्यान रखकर फूल अक्टूबर तक निकाला जा सकता है।