सुनन्दा देवी

पहले नन्दा देवी के रूप मे जाना जाता था और यह भारत में दुसरा सबसे बडा पर्वत है।

सुनन्दा देवी (Sunanda Devi), जिसका पुराना नाम नन्दा देवी पूर्व (Nanda Devi East) था, गढ़वाल हिमालय में स्थित नन्दा देवी पर्वत के मुख्य शिखर के दो साथी शिखरों में से कम ऊँचाई वाले शिखर का नाम है। पर्वतीय सूचियों में ५०० मीटर से कम की स्थलाकृतिक उदग्रता रखने वाले शिखर स्वतंत्र पर्वत नहीं माने जाते बल्कि आसपास के अन्य पर्वतों के ही शिखर माने जाते हैं (पर्वतों के कई शिखर हो सकते हैं)। 7,434 मीटर (24,390 फ़ुट) ऊँचे सुनन्दा देवी का पर्वतीय शिखर यदी अकेला कहीं खड़ा होता तो वह विश्व का ६१वाँ सर्वोच्च पर्वत होता)। लेकिन क्योंकि सुनन्दा देवी की स्वतंत्र स्थलाकृतिक उदग्रता केवल 260 मीटर (850 फ़ुट) है, जो कि ५०० मीटर से कम है, इसलिए इसे नन्दा देवी की ही एक साथी चोटी माना जाता है।[2]

सुनन्दा देवी
Sunanda Devi
सुनन्दा देवी (सबसे दाहिना शिखर)
उच्चतम बिंदु
ऊँचाई7,434 मी॰ (24,390 फीट) [1]
विश्व के सर्वोच्च पर्वत
उदग्रता260 मी॰ (850 फीट) [2][3]
निर्देशांक30°22′00″N 79°59′40″E / 30.36667°N 79.99444°E / 30.36667; 79.99444निर्देशांक: 30°22′00″N 79°59′40″E / 30.36667°N 79.99444°E / 30.36667; 79.99444[1][4]
भूगोल
सुनन्दा देवी is located in भारत
सुनन्दा देवी
सुनन्दा देवी
भारत में स्थिति
स्थानपिथौरागढ़चमोली ज़िले, उत्तराखण्ड, भारत
मातृ श्रेणीगढ़वाल हिमालय
आरोहण
प्रथम आरोहण1939[5]
सरलतम मार्गदक्षिण ढलान, शिला/हिम/बर्फ़ पर चढ़ाई

इन्हें भी देखें

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  1. "High Asia I: The Karakoram, Pakistan Himalaya and India Himalaya (north of Nepal)". Peaklist.org. मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-05-28.
  2. "Corrected DEM files for the Himalaya". मूल से 6 नवंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 फ़रवरी 2017.
  3. Garhwal-Himalaya-Ost, 1:150,000 scale topographic map, prepared in 1992 by Ernst Huber for the Swiss Foundation for Alpine Research, based on maps of the Survey of India.
  4. The Himalayan Index Archived 2017-07-17 at the वेबैक मशीन gives the coordinates of Nanda Devi as 30°22′12″N 79°58′12″E / 30.37000°N 79.97000°E / 30.37000; 79.97000.
  5. Harish Kapadia, "Nanda Devi", in World Mountaineering, Audrey Salkeld, editor, Bulfinch Press, 1998, ISBN 0-8212-2502-2, pp. 254–257.