डॉ॰ सुनन्दा नायर भारत की एक नृत्यांगना हैं। वे मुंबई विश्वविद्यालय से सम्बद्ध नालंदा नृत्य कला महाविद्यालय से मोहिनीअट्टम में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने वाली भारत की पहली छात्रा हैं। उन्होंने "मोहिनीअट्टम में आंतरिक लयात्मक नारीवाद" विषय पर मुंबई विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की है।[1]

सुनन्दा नायर
जन्म मुंबई, भारत
शिक्षा मुंबई विश्वविद्यालय (एम॰ ए॰)
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}
वेबसाइट
www.sunandanair.com

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा संपादित करें

सुनन्दा का जन्म मुंबई में हुआ था। छह वर्ष की उम्र में उन्होने भरतनाट्यम में प्रारंभिक प्रशिक्षण लिया। उन्होंने केरल कलामंडलम से कथकली का अध्ययन किया।[2]

नायर मोहिनीअट्टम की प्रख्याता पद्मभूषण डॉ (श्रीमती) कनक रेले की शिष्या हैं।

नायर मोहिनीअट्टम में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने वाली पहली छात्रा थीं। वह मुंबई विश्वविद्यालय में नालंदा नृत्य कला महाविद्यालय की छात्रा थीं, जहाँ उन्होंने स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। उन्होने सात साल का कोर्स पाँच सालों में ही पूरा कर लिया था।[3]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Sunanda Nair shows the essence of the 'Nalanda Bani'". अभिगमन तिथि 22 मार्च 2020.
  2. "Dedicated to Mohiniyattom". मूल से 14 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2020.
  3. "Mohiniyattam gives 'womanhood' a sturdy platform". मूल से 6 नवंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2020.