सुभाष खोत (जन्म: जून १०, १९७८, इचलकरंजी, महाराष्ट्र )[1] भारतीय मूल के एक शिक्षकविद तथा कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफ़ेसर हैं, जिनको अगस्त २०१४ में रोल्फ नेवानलिन्ना पुरस्कार प्रदान किया गया।[2]

भार्गव खोत को नेवानलिन्ना पुरस्कार यूनिक गेम्स की समस्याओं को परिभाषित करने, इसकी जटिलताओं को समझने और इस समस्या का सबसे सटीक हल ढूंढने के लिए प्रदान किया गया।[3] खोत न्यूयार्क विश्वविद्यालय के करेंट इंस्टीटयूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेज में कंप्यूटर विज्ञान विज्ञाग में प्रोफेसर हैं। उन्होंने पिंरसटन से पीएचडी की है।[4]

  1. Universalis, Encyclopædia (2014-09-15). "Biographie de SUBHASH KHOT (1978- )". Encyclopædia Universalis (फ़्रेंच में). अभिगमन तिथि 2024-07-04.
  2. Khot, Subhash (2002), "On the power of unique 2-prover 1-round games", Proceedings of the 17th Annual IEEE Conference on Computational Complexity, पृ॰ 25, डीओआइ:10.1109/CCC.2002.1004334.
  3. "भारतीय मूल के प्रोफेसर मंजुल भार्गव और सुभाष खोत को गणित का ग्लोबल पुरस्कार". आज तक. 13 अगस्त 2014. मूल से 14 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अगस्त 2014.
  4. National Science Foundation, Alan T. Waterman Award Archived 2014-07-07 at the वेबैक मशीन.