सुरसुरा अथवा सरसुरा भारतीय राज्य राजस्थान के अजमेर जिले की किशनगढ़ तहसील का एक गाँव है। यह रुपनगढ़ कस्बे से 8 किलोमीटर दक्षिण में पर्बतसर-किशनगढ़ मार्ग पर स्थित है। यह वो स्थान है जहाँ पर 28 अगस्त 1103 को जाटों के लोक-देवता तेजाजी का साँप के काटने से निधन हुआ। उस समय वो दुश्मनों से लड़कर वापस लौट रहे थे।

यहां तेजाजी का एक भव्य मंदिर बना हुआ है तेजासरोवर, लाछा बावड़ी, दादूराम आश्रम, तेजा विकाश समिति धर्मशाला, गव ग्वाल धर्मशाला, जाट विकाश समिति धर्मशाला, तेजा चोक (एक्का चबूतरा) व विशाल तेजा प्रवेश द्वार आदि दर्शनीय स्थल हैं

जनसांख्यिकी संपादित करें

भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार यहाँ की कुल जनसंख्या 6484 है।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Sursura Village Population - Kishangarh - Ajmer, Rajasthan". www.census2011.co.in. अभिगमन तिथि 2022-06-12.