सुरेन्द्र मोहन पाठक (जन्म: १९ फ़रवरी १९४०) हिंदी भाषा में लगभग ३०० थ्रिलर अपराध उपन्यास (Crime fiction) लिखने वाले लेखक हैं।
सुरेन्द्र मोहन पाठक |
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जन्म | १९ फ़रवरी, १९४० खेमकरण, पंजाब, भारत |
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पेशा | लेखक, अभियंता |
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भाषा | हिन्दी |
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राष्ट्रीयता | भारतीय |
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काल | आधुनिक काल |
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विधा | उपन्यास और कहानी |
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विषय | अपराध कथा, रोमांच कथा, रहस्य कथा |
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आंदोलन | जासूसी उपन्यास के स्वर्ण युग |
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उल्लेखनीय कामs | पैंसठ लाख की डकैती, दिन-दहाड़े डकैती, मवाली, मीना मर्डर केस, असफल अभियान, खाली वार, धमकी, जादूगरनी, तीन दिन |
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सुरेन्द्र मोहन पाठक का जन्म १९ फ़रवरी १९४० को खेमकरण, अमृतसर, पंजाब में हुआ था। विज्ञान में स्नातक की उपाधि लेने के पश्चात इन्होने ने भारतीय दूरभाष उद्योग में नौकरी करने लगे। पढने के शौक़ीन आप बचपन से ही थे। आपने अपनी युवावस्था तक कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय लेखकों को पढ़ा था।
सन १९६० में, अपने कार्य-काल के दौरान ही सुरेन्द्र मोहन पाठक ने मात्र २० वर्ष की उम्र में ही प्रसिद्द अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त उपन्यासकार इयान फ्लेमिंग रचित जेम्स बांड के सीरीज और जेम्स हेडली चेज (James Hadley Chase) के उपन्यासों का अनुवाद करना प्रारंभ कर दिया। सुरेन्द्र मोहन पाठक के द्वारा अनुवादित उपन्यासों की मांग लगातार भारतीय हिंदी-भाषी बाजार में बढ़ने लगी।
सन १९५९ में, आपकी अपनी कृति, प्रथम कहानी “५७ साल पुराना आदमी” मनोहर कहानियां नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई। सन १९६९ आपका पहला पूर्ण उपन्यास “ऑपरेशन बुडापेस्ट” आया। “ऑपरेशन बुडापेस्ट” आपके द्वारा लिखी गयी ३० वीं कृति थी। आपका पहला उपन्यास “पुराने गुनाह नए गुनाहगार”, सन १९६३ में “नीलम जासूस” नामक पत्रिका में छपा था। सन १९६३ से सन १९६९ तक विभिन्न पत्रिकाओं में आपके उपन्यास छपते रहे।
सुरेन्द्र मोहन पाठक का सबसे प्रसिद्द उपन्यास “असफल अभियान” और “खाली वार” था जिसने पाठक जी को प्रसिद्धि के सबसे ऊँचे शिखर पर पहुंचा दिया। इसके पश्चात आपने अभी तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा है। "पैंसठ लाख की डकैती" नामक उपन्यास का अंग्रेजी में अनुवाद भी प्रकाशित हुआ तथा यह खबर टाईम मैगज़ीनमें भी प्रकाशित हुई थी। यह खबर भी आई थी कि इस उपन्यास की लगभग ढाई करोड़ प्रतियाँ बिकी थीं।[1]
श्री सुरेन्द्र मोहन पाठक जी की कृतियों का प्रारंभ “सुनील” श्रृंखला के पहले उपन्यास “पुराने गुनाह नए गुनाहगार” से होता है। आपने इस श्रृंखला के अंतर्गत लगभग १२० उपन्यासों की रचना की है। एक ही किरदार पर आधारित उपन्यासों की रचना करने वाले, आप विश्व के प्रथम लेखक हैं।[उद्धरण चाहिए] सुनील, राजनगर नामक काल्पनिक शहर के एक काल्पनिक दैनिक अखबार “ब्लास्ट” का खुशमिजाज, ईमानदार, सच्चा खोजी-पत्रकार है। राजनगर समुद्र तट के किनारे बसा एक शहर है। सुनील हमेशा मजलूम और समय के सताए हुए लोगों की सहायता करता है जो किसी कारण से जुर्म के झूठे जाल में फंस जाते हैं। सुनील हमेशा निर्दोष इंसानों की सहायता के लिए निःस्वार्थ भाव से तैयार रहता है। वहीँ अधिकतर कहानियों उसे मुसीबतजदा हसीनाओं की सहायता करते दिखाया गया है, जिसमे वह भी फंसता-फंसता बचता है। अपने प्रिय मित्र रमाकांत मल्होत्रा (जो की नगर के प्रतिष्ठित क्लब “यूथ क्लब” के मालिक हैं) और उसके कर्मचारियों की सहायता से कई केस हल करता है। सुनील श्रृंखला के उपन्यासों में “प्रभुदयाल” नामक एक ईमानदार इंस्पेक्टर का भी किरदार है, जिसके साथ सुनील का छत्तीस का आंकड़ा चलता है। सुनील प्रायः पुलिस की तहकीकात से २ कदम आगे की तहकीकात करता है और प्रभुदयाल इन्ही आदतों से सुनील से परेशान रहता है। सुनील श्रृंखला के उपन्यासों की सबसे बड़ी खासियत, उसमें प्रस्तुत की गयी मर्डर-मिस्ट्री और हाजिरजवाबी होती है।
सुरेन्द्र मोहन पाठक जी के सुधीर सीरीज का मुख्य किरदार सुधीर कोहली नामक प्राइवेट डिटेक्टिव है। सुधीर सीरीज के उपन्यास मुख्यतः प्रथम वाचक में होते हैं। सुधीर, सुनील का एक विपरीत किरदार है। सुधीर, दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर देवेन्द्र यादव की सहायता से कई केस को हल करता है, जो समय के अनुसार अपने आप को ईमानदार और बईमान बना लेता है। सुधीर सीरीज के एक उपन्यास का अंग्रेजी में भी अनुवाद किया गया है जिसका नाम “The last goal” है।
सुरेन्द्र मोहन पाठक जी का सबसे प्रसिद्द श्रृंखला विमल है। विमल नामक किरदार पाठक जी के उपन्यासों में कई नामों से जाना जाता है। विमल एक रॉबिनहुड सरीखा किरदार है जो कानून से भागता फिरता है। विमल एक ऐसा किरदार है जिसने जुर्म का समूल नाश करने की कसम खाई है। पाठक जी के सभी श्रृंखलाबद्ध उपन्यासों में इस उपन्यास का बेसब्री से इंतज़ार किया जाता है और पसंद किया जाता है। विमल न तो प्राइवेट डिटेक्टिव है और न पुलिस ऑफिसर, वह सात राज्यों में वांटेड मुजरिम है।
श्री सुरेन्द्र मोहन पाठक ने श्रृंखलाबद्ध उपन्यासों के अलावा कई ऐसे उपन्यास लिखे हैं जिन्हें थ्रिलर श्रेणी के अन्दर लिया जाता है। साथ ही आपने कई जोक-बुक भी लिखे हैं जिसमे आपने कई चुटकुलों का संग्रह किया है।
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
पुराने गुनाह नये गुनाहगार |
अक्टूबर - 1963
|
2) |
समुद्रा मे खून (धरती का स्वर्ग) |
मई - 1964
|
3) |
होटल में खून |
नवम्बर - 1965
|
4) |
बदसूरत चेहरे |
दिसम्बर - 1965
|
5) |
ब्लेकमेलर की हत्या (एक तीर दो शिकार) |
फरवरी - 1966
|
6) |
हांगकांग में हंगामा (देश द्रोही) |
मार्च - 1966
|
7) |
मूर्ति की चोरी |
मार्च - 1966
|
8) |
शैतान की मौत (बेनकाब चेहरा) |
मई - 1966
|
9) |
रिपोर्टर की हत्या |
जून - 1966
|
10) |
आस्तीन के साँप |
अगस्त - 1966
|
11) |
हत्यारे (रहष्य के धागे) |
सितम्बर - 1966
|
12) |
रेड सर्कल सोसाइटी |
नवम्बर - 1966
|
13) |
ये आदमी खतरनाक है .(खतरनाक अपराधी, कार्ल प्ल्यूमर की वापसी) |
जनवरी-1967
|
14) |
खतरनाक ब्लेकमेलर |
जुलाई - 1967
|
15) |
हांगकांग के लूटेरे |
सितम्बर - 1967
|
16) |
हत्या की रात |
नवम्बर - 1967
|
17) |
बंदर की करामात |
दिसम्बर - 1967
|
18) |
काला मोती |
जनवरी-1968
|
19) |
डबल रोल |
फरवरी - 1968
|
20) |
सफल अपराधी |
मार्च - 1968
|
21) |
झूठी औरत |
मई - 1968
|
22) |
मुर्दा जी उठा |
जुलाई - 1968
|
23) |
शाही मेहमान |
अगस्त - 1968
|
24) |
फ्लेट मे लाश |
फरवरी - 1969
|
25) |
फरार अपराधी |
अप्रैल - 1969
|
26) |
ऑपरेशन डबल एजेंट |
जुलाई - 1969
|
27) |
डरपोक अपराधी |
सितम्बर - 1969
|
28) |
लन्दन मे हंगामा |
अक्टूबर - 1969
|
29) |
दोहरी चाल |
नवम्बर - 1969
|
30) |
विक्षिप्त हत्यारा |
जनवरी-1970
|
31) |
योरोप मे हंगामा |
जनवरी-1970
|
32) |
विनाश के बादल |
फरवरी - 1970
|
33) |
ऑपरेशन पीकिंग |
मई - 1970
|
34) |
बारूद और चिंगारी |
जून - 1970
|
35) |
खूनी नेकलेस |
अगस्त - 1970
|
36) |
पाकिस्तान की हसीना (ऑपरेशन पाकिस्तान) |
सितम्बर - 1970
|
37) |
ऑपरेशन जनरल K |
नवम्बर - 1970
|
38) |
आखिरी शिकार |
मार्च - 1971
|
39) |
कॉल गर्ल की हत्या |
जुलाई - 1971
|
40) |
खून ही खून |
सितम्बर - 1971
|
41) |
अमन के दुश्मन |
दिसम्बर - 1971
|
42) |
हाइजेक (लहू पुकारेगा आस्तीन का) |
जनवरी-1972
|
43) |
दूसरी हत्या |
अप्रैल - 1972
|
44) |
एक खून और |
जुलाई - 1972
|
45) |
बसरा मे हंगामा |
जनवरी-1973
|
46) |
एक्सीडेंट |
अप्रैल - 1973
|
47) |
सिन्हा मर्डर केस |
मई - 1973
|
48) |
नीली फिल्में |
जुलाई - 1973
|
49) |
ऑपरेशन ढाका |
अगस्त - 1973
|
50) |
ब्लेकमेल |
अक्टूबर - 1973
|
51) |
खिलाडी की हत्या |
नवम्बर - 1973
|
52) |
रहश्य का अंधेरा |
दिसम्बर - 1974
|
53) |
मौत की छाया |
फरवरी - 1975
|
54) |
ट्रिपल क्रॉस |
अप्रैल - 1975
|
55) |
डबल मिशन |
जुलाई - 1975
|
56) |
स्पाइ चक्र |
सितम्बर - 1975
|
57) |
चोर सिपाही |
नवम्बर - 1975
|
58) |
सिंगल Shot |
दिसम्बर - 1975
|
59) |
ऑपरेशन सिंगापुर |
मार्च - 1976
|
60) |
काली हवेली |
मई - 1976
|
61) |
पिशाच का प्रतिशोध |
जुलाई - 1976
|
62) |
खून का खेल |
नवम्बर - 1976
|
63) |
नया दिन नयी लाश |
फरवरी - 1977
|
64) |
शूटिंग स्क्रिप्ट |
मई - 1977
|
65) |
तस्वीर की शहादत |
मई - 1977
|
66) |
सेक्स स्केंडल |
सितम्बर - 1977
|
67) |
जान का खतरा |
दिसम्बर - 1977
|
68) |
लाश का कत्ल |
मार्च - 1978
|
69) |
डबल मर्डर |
अप्रैल - 1978
|
70) |
जासूस की हत्या |
जून - 1978
|
71) |
स्टार नाइट क्लब |
जुलाई - 1978
|
72) |
गर्म लाश |
नवम्बर - 1978
|
73) |
बंद दरवाज़ा |
जनवरी-1979
|
74) |
अंधेरे की चीख |
मार्च - 1979
|
75) |
मौत की आहट |
मार्च - 1979
|
76) |
मीना मर्डर केस |
जुलाई - 1979
|
77) |
अनोखी चाल |
सितम्बर - 1979
|
78) |
नौ जुलाई की रात |
जनवरी-1980
|
79) |
खाली कारतूस |
फरवरी - 1980
|
80) |
ऑफिस मे लाश |
मई - 1980
|
81) |
विषकन्या |
सितम्बर - 1980
|
82) |
पार्क मे लाश |
जनवरी-1981
|
83) |
झूठी गवाही |
मार्च - 1981
|
84) |
ब्लो अप |
अप्रैल - 1981
|
85) |
संगीन जुर्म |
अप्रैल - 1982
|
86) |
टॉप सीक्रेट |
मई - 1982
|
87) |
जादूगरनी |
अप्रैल - 1983
|
88) |
खून से रंगा चाकू |
मई - 1983
|
89) |
अंधेरी रात |
जुलाई - 1983
|
90) |
मैं बेगुनाह हूँ |
नवम्बर - 1984
|
91) |
नकली वारिस |
जनवरी-1985
|
92) |
पीला गुलाब |
सितम्बर - 1985
|
93) |
ताज़ा खबर |
फरवरी - 1986
|
94) |
काला कारनामा |
मार्च - 1987
|
95) |
लाश गायब |
अक्टूबर - 1987
|
96) |
फ्रंट पेज |
दिसम्बर - 1988
|
97) |
दिवाली की रात |
मई - 1989
|
98) |
कानून का चेलेंज |
अगस्त - 1990
|
99) |
प्राइम सस्पेक्ट |
मार्च - 1991
|
100) |
गोली और जहर |
नवम्बर - 1993
|
101) |
पापी परिवार |
अगस्त - 1994
|
102) |
स्टॉप प्रेस |
अप्रैल - 1995
|
103) |
झेरी हत्याकांड |
अक्टूबर - 1995
|
104) |
अहिरवाल केस |
सितम्बर - 1997
|
105) |
कमरा न. 303 |
मई - 1998
|
106) |
गुनाह की जंजीर |
नवम्बर - 1998
|
107) |
घर का भेदी |
जनवरी- 1999
|
108) |
ब्लेक लिस्ट |
जून - 2000
|
109) |
धमकी |
अप्रैल - 2001
|
110) |
झांसा |
मई - 2002
|
111) |
निशानी |
सितम्बर - 2003
|
112) |
स्केंडल पॉइंट |
अक्टूबर - 2004
|
113) |
फिंगर प्रिंट |
नवम्बर - 2004
|
114) |
भक्षक |
अक्टूबर - 2006
|
115) |
पूरे चाँद की रात |
जनवरी- 2007
|
116) |
बिचौलिया |
दिसम्बर - 2007
|
117) |
जाल |
अक्टूबर - 2008
|
118) |
नकाब |
अगस्त - 2009
|
119) |
धब्बा |
जून - 2010
|
120) |
डबल गेम |
अगस्त - 2012
|
121 |
सिंगला मर्डर केस |
अप्रैल -2014
|
122 |
कानमेन |
जून -2018
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
मौत का खेल |
जनवरी - 1971
|
2) |
दौलत और खून |
मार्च - 1971
|
3) |
इश्तिहारी मुजरिम |
दिसम्बर - 1976
|
4) |
पैंसठ लाख की डकैती |
मई - 1977
|
5) |
आज क़त्ल होकर रहेगा |
अक्टूबर - 1977
|
6) |
बैंक वैन रॉबरी |
अप्रैल - 1978
|
7) |
मौत का फरमान |
नवम्बर - 1978
|
8) |
दिन दहाड़े डकैती |
जून - 1980
|
9) |
असफल अभियान |
सितम्बर - 1981
|
10) |
खाली वार |
दिसम्बर - 1981
|
11) |
हार-जीत |
दिसम्बर - 1982
|
12) |
विमल का इंसाफ |
जनवरी - 1984
|
13) |
मौत का नाच |
मार्च - 1984
|
14) |
खून के आंसू |
मई - 1984
|
15) |
जीना यहाँ |
अगस्त - 1986
|
16) |
मरना यहाँ |
अक्टूबर - 1986
|
17) |
चेहरे पे चेहरा |
नवम्बर - 1987
|
18) |
किस्मत का खेल |
दिसम्बर - 1987
|
19) |
पाप की नगरी |
मई -1990
|
20) |
लेख की रेखा |
जुलाई - 1990
|
21) |
जहाज का पंछी |
अप्रैल - 1992
|
22) |
खबरदार शहरी |
जुलाई - 1992
|
23) |
मौत का रस्ता |
अक्टूबर - 1992
|
24) |
डार से बिछुड़ा |
नवम्बर - 1944
|
25) |
मौत के मुहं मे |
जनवरी - 1995
|
26) |
अल्टीमेटम |
अगस्त - 1996
|
27) |
सौ करोड की गुल्लक |
अक्टूबर - 1996
|
28) |
छह सिर वाला रावण |
दिसम्बर - 1996
|
29) |
हज़ार हाथ |
अक्टूबर - 1998
|
30) |
दमन चक्र |
जुलाई - 1999
|
31) |
छह करोड का मुर्दा |
सितम्बर - 1999
|
32) |
जौहर ज्वाला |
दिसम्बर - 1999
|
33) |
चंडाल चौकड़ी |
अक्टूबर -2001
|
34) |
शेरसवारी |
नवम्बर - 2001
|
35) |
आग का दरिया |
फरवरी - 2002
|
36) |
जमीर का कैदी |
दिसम्बर - 2005
|
37) |
कर्मयोद्धा |
मार्च - 2006
|
38) |
पलटवार |
जून - 2006
|
39) |
चेम्बूर का दाता |
जनवरी - 2011
|
40) |
लाल निशान |
मई - 2011
|
41) |
सदा नगारा कूच का |
अगस्त - 2011
|
42) |
जो लरै दीन के हेत |
अगस्त - 2014
|
43) |
कहर |
अप्रैल - 2019
|
44) |
जाके बैरी सन्मुख जीवे |
अगस्त - 2019
|
45) |
मै अपराधी जन्म का |
फरवरी -202
|
1) |
द 65 लाख हिस्ट |
|
2) |
डेलाइट रॉबरी |
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
आखिरी कोशिश |
मार्च - 1980
|
2) |
मलिका का ताज |
जून - 1980
|
3) |
गोली की आवाज़ |
नवम्बर - 1980
|
4) |
निम्फोमनियक |
मार्च - 1982
|
5) |
सफ़ेद खून |
मार्च - 1985
|
6) |
लेट न्यूज़ |
जनवरी - 1987
|
7) |
खुनी घटना |
मार्च - 1988
|
8) |
आखिरी मकसद |
दिसम्बर - 1990
|
9) |
क़त्ल का सुराग |
दिसम्बर - 1993
|
10) |
पांचवां निशान |
मार्च - 1994
|
11) |
घातक गोली |
मार्च - 1997
|
12) |
गड़े मुर्दे |
दिसम्बर - 1997
|
13) |
वन वे स्ट्रीट |
सितम्बर - 1998
|
14) |
खतरे की घंटी |
मार्च - 2000
|
15) |
गोल्डन गर्ल |
नवम्बर - 2002
|
16) |
बाज़ी |
मार्च -2003
|
17) |
ओवरडोज़ |
जून - 2005
|
18) |
घात |
सितम्बर - 2005
|
19) |
प्यादा |
जून - 2009
|
20) |
चोरों की बारात |
फरवरी - 2012
|
21) |
बहुरुपिया |
अक्टूबर - 2013
|
22) |
इंसाफ दो |
अप्रैल - 2017
|
23)
|
पाँच दिन
|
मई 2023
|
अनुवादित कार्य (अंग्रेजी) |
|
|
1) |
द लास्ट गोल |
जनवरी - 2011
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
चार अपराधी |
अप्रैल - 1968
|
2) |
कार में लाश |
अक्टूबर - 1974
|
3) |
क़त्ल की वारदात |
मई - 1976
|
4) |
वर्ल्ड फेमस मिस्ट्री स्टोरीज |
मार्च - 1977
|
5) |
गैंगवार |
दिसम्बर - 1977
|
6) |
आगे भी मौत पीछे भी मौत |
नवम्बर - 1978
|
7) |
आई विटनेस |
जून - 1979
|
8) |
अनोखी रात |
अगस्त - 1980
|
9) |
दफा 302 |
अक्टूबर - 1980
|
10) |
खुनी हवेली |
जनवरी - 1981
|
11) |
मेरी जान के दुश्मन |
मार्च - 1981
|
12) |
इंतकाम |
अक्टूबर - 1981
|
13) |
लम्बे हाथ |
नवम्बर - 1982
|
14) |
विश्वास की हत्या |
फरवरी - 1983
|
15) |
खाली मकान |
सितम्बर - 1983
|
16) |
बीवी का हत्यारा |
अगस्त - 1984
|
17) |
वो कौन थी |
मई - 1985
|
18) |
एक करोड़ का जूता |
जून - 1985
|
19) |
डायल 100 |
जुलाई - 1985
|
20) |
तीन दिन |
जनवरी - 1986
|
21) |
मौत का आतंक |
अप्रैल - 1986
|
22) |
दस मिनट |
दिसम्बर - 1986
|
23) |
कागज की नाव |
जून - 1987
|
24) |
जीने की सजा |
जुलाई - 1988
|
25) |
बीस लाख का बकरा |
अगस्त - 1988
|
26) |
तीसरा कौन |
जनवरी - 1989
|
27) |
पांच पापी |
मई - 1989
|
28) |
गुनाह का क़र्ज़ |
मई - 1991
|
29) |
शक की सुई |
अक्टूबर - 1991
|
30) |
एक ही अंजाम |
अप्रैल - 1992
|
31) |
तड़ी पार |
अप्रैल - 1993
|
32) |
आज़ाद पंछी |
अगस्त - 1993
|
33) |
मवाली |
जून - 1995
|
34) |
मौत आई दबे पाँव |
जून - 1997
|
35) |
फिफ्टी-फिफ्टी |
मई - 1998
|
36) |
साज़िश |
जनवरी - 2000
|
37) |
दहशतगर्दी |
दिसम्बर - 2000
|
38) |
कांपता शहर |
जनवरी - 2002
|
39) |
एक ही रास्ता |
अप्रैल - 2003
|
40) |
दो गज कफ़न |
जनवरी - 2005
|
41) |
मकड़जाल |
मई - 2007
|
42) |
ग्रैंडमास्टर |
अगस्त - 2007
|
43) |
गवाही |
मार्च - 2010
|
44) |
सीक्रेट एजेंट |
नवम्बर - 2012
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
दस लाख |
अप्रैल - 1996
|
2) |
30 लाख |
जून - 1998
|
3) |
पचास लाख |
सितम्बर - 2000
|
4) |
खोटा सिक्का |
फरवरी - 2004
|
5) |
जुर्रत |
मई - 2004
|
6) |
मिडनाइट क्लब |
अगस्त - 2008
|
7) |
कोलाबा कांस्पीरेसी |
फरवरी - 2014
|
8) |
गोवा गलाटा |
मार्च - 2015
|
9) |
मुझसे बुरा कौन |
अप्रैल - 2016
|
10) |
मुझसे बुरा कोई नहीं |
जुलाई - 2016
|
11) |
हेरा-फेरी |
जून - 2017
|
12)
|
दुबई गैंग
|
फरवरी 2024
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
सात साल बाद |
दिसम्बर - 1994
|
2) |
वारिस |
अगस्त - 2002
|
3) |
वहशी |
फरवरी - 2007
|
4) |
क्रिस्टल लॉज |
सितम्बर - 2015
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
क्राइम क्लब |
जनवरी - 1991
|
2) |
कोई गवाह नहीं |
मार्च - 1999
|
3) |
गन्दा खून |
नवम्बर - 2003
|
4) |
धोखा |
जनवरी - 2009
|
5) |
तीसरा वार |
दिसम्बर - 2009
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
धोखा-धड़ी |
नवम्बर - 1981
|
2) |
बारह सवाल |
दिसम्बर - 1989
|
3) |
आठ दिन |
अप्रैल - 2008
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
मौत का सफ़र |
अक्टूबर - 1966
|
2) |
आधी रात के बाद |
अगस्त - 1967
|
3) |
जान की बाज़ी |
अक्टूबर - 1970
|
4) |
एक रात एक लाश |
जुलाई - 1976
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
आशा |
अक्टूबर - 1968
|
2) |
एक मामूली लड़की |
मार्च - 1974
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
कुबड़ी बुढिया की हवेली |
जुलाई - 1971
|
2) |
बेताल और शहजादी |
जून - 1972
|
क्रम संख्या |
उपन्यास का नाम |
प्रकाशन वर्ष
|
1) |
फ़िल्मी पठाके |
अक्टूबर - 1968
|
2) |
दीवानी दुनिया |
दिसम्बर - 1972
|
3) |
सतरंगी दुनिया |
जनवरी - 1977
|
4) |
गो इजी ऑन लाफ |
फरवरी -1978
|
5) |
रंगीली दुनिया |
सितम्बर - 1979
|
6) |
अलबेली दुनिया |
नवम्बर - 1997
|
7) |
सजीली दुनिया |
मार्च - 1999
|
8) |
छबीली दुनिया |
जनवरी - 2000
|
9) |
अठरंगी दुनिया |
नवम्बर - 2000
|
10) |
कार्टून कार्निवाल |
अगस्त - 2001
|
11) |
नवरंगी दुनिया |
अक्टूबर - 2002
|
12) |
चमकीली दुनिया |
फरवरी - 2003
|
13) |
जूसी जोक बुक |
फरवरी - 2003
|
14) |
फ़िल्मी दुनिया |
अप्रैल - 2004
|
15) |
हठीली दुनिया |
जून - 2005
|
16) |
फन-फन-फंडा-1 |
अगस्त - 2005
|
17) |
फन-फन-फंडा-2 |
अगस्त - 2005
|
18) |
सबरंगी दुनिया |
अक्टूबर - 2005
|
19) |
मनचली दुनिया |
अप्रैल - 2007
|
20) |
फन-फन-फंडा-3 |
मार्च - 2008
|
21) |
फन-फन-फंडा-4 |
मार्च - 2008
|
22) |
भड़कीली दुनिया |
अक्टूबर - 2009
|
23) |
लाफ फैक्ट्री - 1 |
नवम्बर - 2010
|
24) |
लाफ फैक्ट्री - 2 |
नवम्बर - 2010
|
25) |
लाफ फैक्ट्री - 3 |
नवम्बर - 2010
|
26) |
लाफ फैक्ट्री - 4 |
नवम्बर - 2010
|