सुशा एक नॉन-यूनिकोड हिन्दी ट्रू टाईप फॉन्ट है जो हर्ष कुमार ने मार्च 1997 में अंतर्जाल पर मुफ्त डाउनलोड के लिए उपलब्ध करवाया था। सुशा का प्रारंभिक बीटा संस्करण दिसंबर १९९५ में बना।[1] इसे तीन फ़ॉन्टों के संगठित स्वरूप में तैयार किया गया था जिसका एक स्वरूप सामान्य और दो कलात्मक थे। इन्हें क्रमशः Shusha.ttf, Shusha02.ttf तथा Shusha05.ttf नाम दिया गया था।[2] इसका प्रयोग माईक्रोसॉफ्ट ऑफिस पर हिन्दी, मराठी, नेपाली, संस्कृत तथा गुजराती लिखने तथा इंटरनेट पर भी किया जा सकता था। बाद में इसके पंजाबी और बंगाली संस्करण भी तैयार किए गए।[3]

सुशा फॉन्ट के मुफ़्त उपलब्ध होने से हिन्दी के अनेक जालस्थलों ने बड़ी सफलता के साथ इंटरनेट पर अपनी उपस्थिति दर्ज की। इसमें अनेक व्यक्तिगत जालघरों के अतिरिक्त कुछ साहित्यिक साइटें काफ़ी लोकप्रियता के साथ विकास में आईं जिनमें काव्यालय, बोलोजी, अभिव्यक्ति तथा अनुभूति प्रमुख थीं। इसके अतिरिक्त सुशा का इस्तेमाल डेस्कटॉप पब्लिशिंग (डीटीपी) में भी प्रचुरता से हुआ है।

कालांतर में खोज इंजनों पर प्राथमिकता पाने की चाह व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा हेतु हिन्दी व अन्य भारतीय भाषाओं के जालघर अहिस्ता अहिस्ता यूनीकोड का उपयोग करने लगे हैं। विंडोज़ एक्सपी जैसे उपयुक्त आपरेटिंग सिस्टम व फाँट डाउनलोड करने के झंझट से मुक्ति के अलावा उपयोग में सरलता ट्रू टाईप फाँट्स से दुराव व यूनीकोड की और बढ़ने के कारण बने हैं।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Shusha FAQ". मूल से 6 जून 2001 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 जून 2001.
  2. "Hindi Shusha Fonts, Downloads and Help". अभिव्यक्ति. मूल (एचटीएम) से 11 मई 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 मई 2008. |access-date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  3. "shusha font's site www.bharatbhasha.org" (अंग्रेज़ी में). मुंबई सेंट्रल. मूल (एचटीएमएल) से 16 मई 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 मई 2008. |access-date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)

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