सुश्री दिव्यदर्शिनी
सुश्री दिव्यदर्शिनी प्रधान (जन्म: 8 अक्तूबर 1997) भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। अंडर-23 वूमन चैलेंजर ट्रॉफ़ी में इंडिया ग्रीन की कप्तानी करते हुए वो अपनी टीम को फ़ाइनल तक ले गई थीं।[1] दाएं हाथ से ऑफ़ स्पिन गेंद फेंकने में माहिर दिव्यदर्शिनी प्रधान की बल्ले पर भी अच्छी पकड़ है।[2]
व्यक्तिगत जानकारी | |
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पूरा नाम | सुश्री दिव्यदर्शिनी प्रधान |
जन्म |
8 सितम्बर 1997 ढेंकनाल जिला, ओडिशा, भारत |
बल्लेबाजी की शैली | दायाँ हाथ |
गेंदबाजी की शैली | राइट-आर्म ऑफ ब्रेक |
भूमिका | गेंदबाज |
घरेलू टीम की जानकारी | |
वर्ष | टीम |
2015–वर्तमान | ओडिशा |
स्रोत : क्रिकइन्फो, 8 जनवरी 2020 |
यूएई में आयोजित वीमेन टी20 चैलेंज में वेलॉसिटी क्रिकेट फ्रेंचाइजी टीम में खेलने के लिए उनका चयन किया गया था। भारत के घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिताओं में वे ओडिशा की अंडर-23 वीमेन टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं। एसीसी वीमेन इमर्जिंग टीम्स एशिया कप 2019 में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया और इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाली भारतीय खिलाड़ी बनीं।[3]
व्यक्तिगत जीवन और पृष्ठभूमि
संपादित करें8 अक्तूबर 1997 को ओडिशा के ढेंकनाल में जन्मीं सुश्री दिव्यदर्शिनी प्रधान ने सात साल की उम्र में अपनी कॉलोनी में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया. शुरू शुरू में उनके पिता ने कोई और खेल अपनाने के लिए उन्हें मनाने की कोशिश की क्योंकि उन्हें और दिव्यदर्शिनी को न तो भारतीय महिला क्रिकेट टीम के बारे में मालूम था और न ही यह पता था कि कोई लड़की क्रिकेट में अपना करियर बना भी सकती है।[4]
जब वो 15 वर्ष की हुई तो उनके पिता ही उन्हें जागृति क्रिकेट क्लब ले गए जहाँ वे क्लब के कोच खिरोद बेहरा की देखरेख में प्रशिक्षण लेने लगीं। बेहरा आज भी उनके कोच हैं। वे जल्द ही युवा आयु वर्ग के क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में अपने राज्य ओडिशा की टीम का प्रतिनिधित्व करने लगीं।[5] क्रिकेट के अलावा लोकप्रिय सिनेमा और अभियन उनका पसंदीदा शौक है। वे क्रिकेट पर आधारित एक तमिल फ़िल्म ‘कन्ना’ में अभिनय भी कर चुकी हैं।[6]
उपलब्धियाँ
संपादित करेंसुश्री दिव्यदर्शिनी प्रधान अपने राज्य ओडिशा का 2021 से प्रतिनिधित्व कर रही हैं। अब वे सीमित ओवरों के क्रिकेट टूर्नामेंट में ओडिशा की अंडर-23 टीम की कप्तानी भी कर चुकी हैं। ज़ोनल प्रतियोगिताओं में उनके प्रदर्शन ने उन्हें इंडिया ग्रीन टीम अंडर-23 वीमेन चैलेंजर ट्रॉफ़ी 2019 में जगह दिलाई। उन्होंने कुछ बेहतरीन व्यक्तिगत प्रदर्शनों के बूते अपनी टीम को फ़ाइनल में पहुँचाया।लेकिन फ़ाइनल में उनकी टीम इंडिया ब्लू से हार गई।[7]
वे एसीसी वीमेन इमर्जिंग टीम्स एशिया कप 2019 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए भी खेल चुकी हैं। उस टूर्नामेंट में वे सर्वाधिक विकेट लेने वाली भारतीय खिलाड़ी रहीं। बाद में उन्हें दुबई में खेले गए वीमेन टी20 चैलेंज टूर्नामेंट में खेलने के लिए फ्रेंचाइजी वेलॉसिटी टीम में चुना गया। यहाँ उन्हें भारत की दिग्गज क्रिकेटर और भारतीय महिला टीम की कप्तान रहीं मिथाली राज के नेतृत्व में खेलने का मौका मिला। सुश्री दिव्यदर्शिनी प्रधान का लक्ष्य भारत की सीनियर महिला टीम में जगह बनाना और देश के लिए महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतना है।[8]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "Interview with Sushree Dibyadarshini - All-round prodigy from Odisha excited about Womens T20 Challenge and eager for national call". Female Cricket (अंग्रेज़ी में). 2019-05-02. अभिगमन तिथि 2021-02-17.
- ↑ "Sushree Dibyadarshini". Cricinfo. अभिगमन तिथि 2021-02-17.
- ↑ "सुश्री दिब्यदर्शिनी प्रधान: पूर्व से निकलीं स्पिन जादूगर". BBC News हिंदी. अभिगमन तिथि 2021-02-17.
- ↑ "सुश्री दिब्यदर्शिनी प्रधान: पूर्व से निकलीं स्पिन जादूगर". BBC News हिंदी. अभिगमन तिथि 2021-02-17.
- ↑ "Interview with Sushree Dibyadarshini - All-round prodigy from Odisha excited about Womens T20 Challenge and eager for national call". Female Cricket (अंग्रेज़ी में). 2019-05-02. अभिगमन तिथि 2021-02-17.
- ↑ "Interview with Sushree Dibyadarshini - All-round prodigy from Odisha excited about Womens T20 Challenge and eager for national call". Female Cricket (अंग्रेज़ी में). 2019-05-02. अभिगमन तिथि 2021-02-17.
- ↑ "Sushree Dibyadarshini". Cricinfo. अभिगमन तिथि 2021-02-17.
- ↑ "सुश्री दिब्यदर्शिनी प्रधान: पूर्व से निकलीं स्पिन जादूगर". BBC News हिंदी. अभिगमन तिथि 2021-02-17.