हाल ही में सोशल मीडिया पर अभिनेत्री सुहासिनी मुले ख़ासी चर्चा में रही. 2011 में 60 साल की उम्र में शादी करने वाली सुहासिनी को ख़ुद भी हैरानी थी कि कैसे अचानक उनकी शादी चर्चा का विषय बन गई.

सुहासिनी मुले एक सशक्त अभिनेत्री तो हैं हीं साथ ही वो एक डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म निर्माता भी है जिन्होनें 4 बार अपनी डॉक्यूमेंट्री फ़िल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है.

मुंबई में रहने वाली सुहासिनी पहले तो प्रोफ़ेसर अतुल गुर्तु से अपनी शादी को लेकर किसी तरह की बात नहीं करना चाहती थीं लेकिन फिर उन्होनें बीबीसी से बात करते हुए अपनी शादी के अलावा, अपने फ़िल्मी सफ़र, एकल दिनों के जीवन और महिलाओं से जुड़े कई मुद्दों पर हमसे बात की.

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वो कहती है कि मैं हैरान हूं कि मेरी शादी अचानक से इतने साल बाद चर्चा में कैसे आ गई? मेरी शादी इतना बड़ा मुद्दा नहीं थी कि लोग इसे डिस्कस करें या मुझे एक 'फ़ेमिनिज़्म ऑईकॉन' जैसा बना दें.

ऑईकॉन बनाए जाने के लिए मेधा पाटकर हैं, अरूणा रॉय हैं, वो 13 साल की बच्ची माल्वित पूर्णा है जिसने एवरेस्ट फ़तह किया उनके जीवन को हाईलाईट किए जाने की ज़रूरत है. यहां तो एक बुढ़िया है जिसने बस अचानक ज़िंदगी के एक पड़ाव पर शादी कर ली है.