सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (भारत)
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भारत सरकार का सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises) सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की नीति-निर्माण, संवर्ध, विकास एवं संरक्षण के लिये केन्द्रीय (नोडल) मंत्रालय है। इसे ९ मई २००७ को कृषि एवं ग्रामीण एवं उद्योग मंत्रालय तथा लघु-उद्योग मंत्रालय को मिलाकर बनाया गया।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) के बारे में
संपादित करेंसूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र पिछले पचास वर्षो में भारतीय अर्थव्यवस्था के अत्यधिक जीवंत और गतिशील क्षेत्र के रूप में उभरा है। एमएसएमई न केवल बड़े उद्योगों में तुलनात्मक रूप से कम पूंजी लागत पर बड़े रोजगार के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं बल्कि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के औद्योगीकरण में भी मदद करते हैं, जिससे क्षेत्रीय असंतुलन को कम करते हुए राष्ट्रीय आय और धन का अधिक समान वितरण सुनिश्चित होता है। एमएसएमई सहायक इकाइयों के रूप में बड़े उद्योगों के पूरक हैं और यह क्षेत्र देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में बहुत बड़ा योगदान प्रदान करता है। [1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय". भारत सरकार. अभिगमन तिथि 26 November 2021.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (भारत सरकार)
- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास आयुक्त
- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान कानपुर का जालघर
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