सूर्यलोक को अदिति नन्दन भगवान सूर्य का निवास स्थान माना गया है। ऐसी मान्यता है कि यहीं से सूर्य अपने सात सफेद घोड़ों वाले रथ पर निकलतें हैं। सूर्य अपने सारथी अरुण से भी उतना ही प्रेम रखते हैं जितना वे अपने अन्य संबंधियों से रखते हैं। इसी स्थान से सूर्यदेव उदित होने के लिए पृथ्वी की ओर बढ़ते हैं।