सेक्स्टिंग आधुनिक टेक्नोलॉजी की सहायता से अपने कामुकतापूर्ण भावनाओं को अभिव्यक्त करना है। और इसमें सबसे जाना माना तरीका है फ़ोन से पाठ्य संदेश करके अपनी भावनाओं को ज़ाहिर करना। सेक्स्टिंग में लोग टेक्स्ट के साथ-साथ एडल्ट थीम और फोटो भी शेयर करते हैं। सीधे तौर पर कहें तो सेक्स्टिंग दो लोगों के बीच में सन्देशों का आदान-प्रदान करना है। इसमें किसी भी तरह का कोई शारिरिक सम्पर्क नहीं होता है। [1]

सेक्स्टिंग के दौरान एक महिला एक सुन्दरता विजेता स्त्री की अर्थ-नग्न चित्र को अपने बॉएफ़्रेन्ड को भेजती हुई

परन्तु इसमें संदेश बहुत ही निजी रूप से भेजे जाते हैं। इन सन्देशों में मानव कामुकता के शाब्दिक चित्रण से लेकर नग्न चित्रण, एक दूसरे की कामुकता को उकसाने वाले सन्देश और स्पष्ट रूप से स्वयं के या दूसरों के अश्लील चित्र तक भेजे जाते हैं। वॉट्सऍप्प जैसे सन्देशवाहक ऍप्प से यह काम और भी आसान हो चुका है।

वर्ष 2011 में हुए एक सर्वे में पाया गया था कि वैश्विक स्तर पर युवा वयस्क जिनकी उम्र 20-26 वर्ष है, वे कभी न कभी सेक्स्ट भेज चुके होते हैं। यही नहीं सोशल नेटवर्किंग और डेटिंग साइट्स पर मौजूद दो तिहाई महिलाओं ने भी सेक्स्ट किया है, जबकि सेक्स्ट करने वाले पुरुषों की संख्या 50 फ़ीसदी ही है। सेक्स्टिंग के बारे में एक और दिलचस्प बात ये है कि महिलाएं, पुरुषों से कहीं ज़्यादा सेक्स्टिंग करती हैं। इस रिसर्च में पाया गया था कि 48% महिलाओं ने जबकि 45% पुरुषों ने कभी न कभी सेक्स्ट किया है[2]