सैंड्रिंघम हाउस, नॉर्फ़ोक, इंग्लैंड में, सैंड्रिंघम गाँव के पास स्थित एक मुल्की मकान है। यह संपत्ति कुल २०,००० एकर की ज़मीन पर फैली हुई है, और रानी एलिज़ाबेथ द्वी॰ की निजी संपत्ति है, नाकि अन्य महलों की तरह राजमुकुट की। यह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर नॉर्फ़ोक कोस्ट इलाके में रॉयल सैंड्रिंघम एस्टेट में स्थित है।

सैंड्रिंघम हाउस
Sandringham House

Sandringham House, Norfolk, England
सामान्य विवरण
स्थान नॉर्फ़ोक, इंग्लैंड
निर्देशांक 52°49′47″N 0°30′50″E / 52.82972°N 0.51389°E / 52.82972; 0.51389निर्देशांक: 52°49′47″N 0°30′50″E / 52.82972°N 0.51389°E / 52.82972; 0.51389

इतिहास संपादित करें

यह स्थल एलिज़ाबेथन युग से ही अधिग्रहित है, और सन् १७७१ में, वास्तुकार कॉर्निश हेनली ने इस स्थल को साफ़ करवा कर यहाँ पर "सैंड्रिंघम हॉल" नामक एक मकान बनवाया था। तत्पश्चात १९वीं सदी में चार्ल्स स्पेंसर कॉवपर द्वारा इसमें कुछ परिवर्तन लाये गए। उनहोंने इसमें एक भव्य ओसारा और वास्तुकार सैमुएल सैंडर्स ट्यूलोन द्वारा डिज़ाइन किये हुए एक संरक्षिका जोड़ा।

१८६२ में इस हॉल को महारानी विक्टोरिया द्वारा वेल्स के राजकुमार के निवेदन पर ख़रीदा गया था। वेल्स के राजकुमार(जो बाद में राज एडवर्ड सप्तम बने) ने इस मकान को अपने और उनकी नयी-नवेली दुल्हन, राजकुमारी अलेक्ज़ेंडर के रिहाइश के लिए खरीदवाय था, क्योंकि अलेक्ज़ेंडर को नॉर्फ़ोक का ग्रामीण इलाका, अपने मूल देश डेनमार्क के समान प्रतीत होता था। बहरहाल, इस घर में प्रवेश के दो वर्षों पश्चात्, १८६२ में, यह हॉल छोटा लगने लगा, अतः उनहोंने वास्तुकार ए। जे। हुम्बर्ट को पुराने सैंड्रिंघम हॉल को ध्वस्त कर एक बड़े भवन को बनाने के लिए नियुक्त किया।

यह नया भवन १८७० में कई आधुनिक उपकरणों के साथ तैयार हुआ। यह भवन ब्रिटिश शाही परिवार के चार पीढ़ियों का निवास रहा है। यह भवन हमेशा से ही शाही परवार के पसंदीदा अवकाश-गृह में से एक रहा है, इनमें से विशेषकर राज जॉर्ज पंचम को यहाँ शिकार करना बहुत पसंद हुआ करता था। इतना की उनहोंने सारे घड़ियों को आधा घण्टा आगे करवाने का आदेश दे दिया, ताकि शिकार के लिए अधिक समय मिल सके।

क्योंकि यह संपत्ति राजमुकुटिय संपदा ना होकर, शासक की निजी संपत्ति है, अतः, जब एडवर्ड अष्टम ने सिंघासन का त्याग किया था, तब, यह संपत्ति खुदबखुद उनके उत्तराधिकारी, उनके भाई जॉर्ज षष्ठम के पास नहीं चल गयी थी, उन्हें इस संपत्ति को अपने बड़े भाई से, बाक़ायदा खरीदना पड़ा था।

राजपरिवार के कई लोगों का जन्म इसी मकान में हुआ है, जिनमे, विक्टोरिया, प्रिंसेस रॉयल के दो पुत्र, राजा जॉर्ज पंचम और उनके भाई अल्बर्ट विक्टर, और उनके पोते राज जॉर्ज षष्टम्, डेनमार्क के राजकुमार एलेग्जेंडर, बादमें नॉर्वे के राजा ओलफ पंचम, जोकि एडवर्ड सप्तम के पोते थे, सब का जन्म यहीं हुआ था। इसके अलावा राजकुमारी डायना का जन्म भी इसी महल के निकट पार्क हाउस में हुआ था।

इन्हें भी देखें संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें