अन्तरराष्ट्रीय सुरक्षा तथा सेना से सम्बन्धित सार्वजनिक नीति को सैन्य नीति (Military policy या defence policy) कहते हैं। सैन्य नीति यह सुनिश्चित करने के लिये बनायी जाती है कि शत्रुओं द्वारा पैदा की गयी कठिनाइयों को दूर करते हुए स्वतन्त्र बने रहें और विकास करते रहें। 'शत्रु' के अन्तर्गत राज्य, अर्ध-राज्य (quasi-state) समूह, गैर-राज्य समूह आदि सभी आते हैं। सैन्य नीति में शान्ति बनाये रखने से लेकर, विवादों के निपटान के लिये, संकट के परबन्धन, और शत्रुओं से युद्ध आदि से सम्बन्धित सभी नीतियों का समावेश होता है।

सैन्य नीति के अन्तर्गत वे सभी उच्चस्तरीय विकल्प और सिद्धान्त आते हैं जो सरकारें अपनी रक्षा के लिये अपनातीं हैं-

  • अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध - विशेषतः संधि, रक्षा समझौतों, रक्षा सहयोग, शत्र नियन्त्रण के समझौते आदि के सन्दर्भ में।
  • सशस्त्र बलों के रोजगार से संबन्धित नीति
  • सशस्त्र बलों का लक्ष्य
  • सशस्त्र बलों के संगठन का सिद्धान्त तथा प्रशासन का सिद्धान्त
  • शस्त्र उद्योग से सम्बन्धित नीति
  • मानव संसाधनों का उपयोग
  • सेना और राष्ट्र का सम्बन्ध

सैन्य नीति, राज्य के विदेश नीति की अविभाज्य अंग है। समुचित सैन्य नीति के विकास के लिये भावी भूराजनीति, जनसांख्यिकी, अर्थशास्त्र, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी का ज्ञान आवश्यक है ताकि देश पर आने वाले खतरों, देश की शक्ति, देश की कमजोरियाँ, तथा देश के समक्ष आने वाले सुअवसरों का अनुमान लगाया जा सके।

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