सैन्य सामान्य वर्गीकरण परीक्षण

इस परीक्षण का विकास द्वितीय विश्वयुद्ध में उन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति करने के लिये किया गया, जिनके लिये प्रथम विश्व युद्ध में आर्मी अल्फा परीक्षण का विकास हुआ। युद्ध के दौरान लाखों व्यक्तियों पर इसे प्रयुक्त किया गया। 1945 में जब इसका परिवर्धित संस्करण प्रकाशित हुआ । इस परीक्षण का सामान्य तथा असैनिक प्रयोग प्रारम्भ हो गया। इस परीक्षण में शब्द भण्डार, गणितीय तर्क तथा ब्लाकों की गणना आदि से सम्बन्धित प्रश्न-पद हैं। वास्तविक परीक्षण प्रारम्भ करने से पहले, तीन पृष्ठों में अभ्यास के लिए पद दिये गये हैं। फलांश शतांशीय मानक तथा प्रमाप मानकों में दिये गये हैं। इसका मध्यमान 100 है और प्रमाप विचलन 20 । इसकी परीक्षण विश्वसनीयता 82 है एवं अर्ध-विच्छेद विश्वसनीयता 95 । आर्मी अल्फा एवं ओटिस उच्च मानसिक योग्यता परीक्षण के साथ इसका वैधता गुणांक क्रमशः 90 एवं 83 है।

सन्दर्भ संपादित करें