सैयद इंशाअल्लाह खाँ हिंदी गद्य के आरंभिक ४ लेखकों में से एक थे। इनके द्वारा लिखी गयी ' रानी केतकी की कहानी' यह प्रसिद्ध रचना है।

इनकी भाषा मे तुकबंदी है और साथ ही उसमें संस्कृत मिश्रित प्रभाव भी मिलता है।